ढाका, शनिवार, 24 अगस्त 2013 (एशियान्यूज़): बंगलादेश के राजनीतिक गतिरोध एवं सामाजिक
संकट से उबरने हेतु, देश में एकता, सहयोग एवं अंतर धार्मिक वार्ता को प्रोत्साहन देने
के लिए ढाका के बी. आर. ए. सी. केंद्र में ‘अंतर विश्वास शिविर’(इन्टर फेथ सेमिनार) का
आयोजन किया गया। सभा में मुस्लिम, हिन्दु, बौद्ध और ख्रीस्तीय धर्मों के गणमाण्य
नेताओं ने करीब 100 प्रतिभागियों के समक्ष विचारों का आदान-प्रदान किया। सभा का आयोजन
बंगलादेश में कार्यरत अमरीका के राजदूत डॉन डब्यू मोज़ेना के सहयोग से अंतर धार्मिकवार्ता
गोष्ठी द्वारा किया गया था। सभा में विभिन्न धर्मों में निहित सद्गुणों जैसे शांति
एवं एकता पर प्रकाश डाला गया। काथलिक प्राध्यपक माबेल गोमेस ने कहा, "आज हम परिवर्तन
के कगार पर खड़े हैं, बंगलादेश की छवि एक उदारवादी इस्लामी देश रुप में बन सकता है जहाँ
धार्मिक एवं अल्पसंख्यक जाति के लोग सहभागिता का जीवन जी सकते हैं।" उन्होंने कहा
कि हम बंगलादेश की परम्परागत धरोहर की रक्षा करना चाहते हैं जहाँ विभिन्न धर्मों और जातियों
के लोगों ने सदियों से, शांति एवं सद्भावना में, एक साथ जिया और काम किया है। इमाम
सैयद ज़ुलफिगर जाहूर ने कहा, "इस्लाम एक शांतिपूर्ण धर्म है एक सच्चा मुसलिम अन्य आस्था
के लोगों पर कभी हमला नहीं कर सकता है क्योंकि ऐसा कर वे अल्लाह की आशीष प्राप्त नहीं
कर सकते। ज्ञात हो कि बंगलादेश में कई धर्मों को मानने वाले लोग निवास करते हैं।