रोमः मिस्र में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हमलों को स्वीकार नहीं किया जा सकता, कार्डिनल
सान्द्री
रोम, 20 अगस्त सन् 2013 (सेदोक): मिस्र में विगत दिनों से जारी हिंसा के बीच ख्रीस्तीय
गिरजाघरों एवं ख्रीस्तीयों पर हो रहे हमलों की वाटिकन के वरिष्ठ कार्डिनल सान्द्री ने
कड़ी निन्दा की है। वाटिकन रेडियो को दिये साक्षात्कार में पूर्वी रीति की कलीसियाओं
की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनारदो सान्द्री ने
कहा कि ख्रीस्तीयों पर आक्रमण को स्वीकारा नहीं जा सकता। हिंसा को समाप्त करने के
लिये कार्डिनल सान्द्री ने वार्ताओं एवं पुनर्मिलन को अनिवार्य बताया और इस बात पर बल
दिया कि कोई भी विश्वास एवं धर्म युद्ध, हिंसा एवं बलप्रयोग की अनुमति नहीं देता। कार्डिनल
सान्द्री ने कहा, "हम चाहते हैं कि मिस्र में सब प्रकार की हिंसा शीघ्रातिशीघ्र समाप्त
हो तथा वार्ताओं एवं समझौतों के माध्यम से इस भयावह स्थिति का समाधान ढूँढ़ कर पुनर्मिलन
की स्थापना की जाये।" इस बीच, मिस्र की कॉप्टिक ऑरथोडोक्स कलीसिया एवं वहाँ की रोमन
काथलिक कलीसिया दोनों ने अलग-अलग अपीलें जारी कर हिंसा और विनाश की समाप्ति का आह्वान
किया है तथा विश्व से निवेदन किया है कि वह मीडिया द्वारा फैलाई जा रही अनर्गल बातों
पर विश्वास न करे क्योंकि इससे चरमपंथी ताकतों को बल मिलता है। मिस्र की कलीसियाओं
ने कहा है कि, "विश्व को यह समझना होगा कि मिस्र का झगड़ा कोई गृहयुद्ध नहीं है और ना
ही यह धर्मों के बीच का संघर्ष है बल्कि यह आतंकवाद के विरुद्ध मिस्र के समस्त नागरिकों
की लड़ाई है।"