झारखण्डः झारखण्ड में काथलिक पुरोहितों एवं धर्मबहनों पर हमला
झारखण्ड, 20 अगस्त सन् 2013 (ऊका समाचर): झारखण्ड के कारोन ज़िले स्थित जेसुईट मिशन केन्द्र
पर, रविवार को उग्रवादी भीड़ ने हमला कर पुरोहितों एवं धर्मबहनों के साथ मार पीट की तथा
एक स्कूली छात्र की मृत्यु के लिये दस लाख रुपये क्षतिपूर्ति की मांग रखी। कारोन
ज़िले स्थित सेन्ट ज़ेवियर स्कूल के एक सात वर्षीय छात्र की 02 अगस्त को अचानक मृत्यु
हो गई थी। पेट दर्द की शिकायत के बाद बच्चे की मृत्यु हो गई थी। डॉक्टर के सर्टीफिकेट
के अनुसार मृत्यु का कारण हृदयाघात था। सन् 2005 से उक्त स्कूल का संचालन निष्कलंक
माँ को समर्पित धर्मसंघ की धर्मबहनें करती हैं जिनपर रविवार को हमला किया गया। धर्मबहनें
स्कूली छात्र छात्राओं के लिये एक होस्टल का भी संचालन करती हैं। रविवार को कुछ उग्रवादी
तत्व स्कूल में घुस आये तथा उन्होंने तोड़ फोड़ मचाना शुरु कर दी। कुछेक पुरोहितों ने
जब भीड़ को शान्त करना चाहा तो उनपर भी हमला किया गया। आक्रमण में फादर सोलोमन के सिर
पर चोटें आई हैं जो इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। हमलावरों ने पुरोहितों एवं धर्मबहनों
से, छात्र की मृत्यु के लिये, दस लाख रुपये क्षतिपूर्ति की भी मांग की। बाद में पुलिस
के हस्तक्षेप से मामला नियंत्रण में लाया जा सका। एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया
कि दुमका-रायगंज जेसुईट धर्मसमाजी प्रान्त को सन्देह है कि हिन्दु कट्टरपंथी दलों द्वारा
भड़काये जाने पर पुरोहितों एवं धर्मबहनों पर हमला किया गया क्योंकि आक्रमण छात्र की मृत्यु
के दो सप्ताहों बाद सोच समझकर किया गया।