पणजी, सोमवार, 19 अगस्त, 2013 (उकान) गोवा के ईसाइयों ने सरकार से माँग की है वह गरीबों,
हाशिये पर पड़े लोगों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिये जल, स्वास्थ्य, भोजन और शिक्षा
की बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करे। टाइम्स ऑफ़ इण्डिया के अनुसार गोवा की कलीसिया
ने 18 अगस्त रविवार को न्याय और शांति रविवार के अवसर पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर
यह माँग की है। न्याय और शांति के लिये बनी महाधर्मप्राँतीय समिति ने उक्त माँग को
दुहराते हुए कहा है कि सरकार उन सभी परियोजनाओं को बन्द करे जिससे प्राकृतिक संपदा नष्ट
होती हो। ऐसा न होने पर ये योजनायें घाट क्षेत्र से लेकर गोवा के पूरे तटीय क्षेत्रों
के संरक्षित, सुरक्षित और उन्नत प्राकृतिक समृद्धि को नष्ट कर देंगे। उन्होंने सरकार
से माँग की है कि वे राज्य की अर्थव्यवस्था को नागरिकों की आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराने
के लिये करें और कोई भी राशि सिर्फ़ सत्ताधारियों के लिय न हों। समिति ने सरकार से
कहा है कि गोवा की परंपरागत पेशा विशेषकर करे कृषि और बागवानी को प्रोत्साहन दे और जीवित
रखे तथा उन्हें आर्थिक मदद दे ताकि इनका उचित विकास हो सके। न्याय और शांति के लिये
बनी समिति ने सरकार से कहा है कि न्याय, स्वतंत्रता, साम्प्रदायिक सद्भाव और समानता संबंधी
नागरिकों के अधिकारों के हनन का विरोध हो और लोगों को इस बात के लिये प्रोत्साहन मिले
कि वे समाज में नये सिरे से अपना जीवन आरंभ कर सकें।