2013-08-19 20:27:27

58 ईसाई गिरजाघरों व ईसाई संस्थान मुस्लिम ब्रदरहुड के गुस्से के शिकार


मिस्र, सोमवार, 19अगस्त 2013(उकान) मिस्र की सरकार ने इस बात की पुष्टि की है कि पूर्व राष्ट्रपति मोर्सी के समर्थकों ने 58 ख्रीस्तीय संस्थाओं पर आक्रमण किये और भारी तबाही मचायी।
आधिकारिक तौर पर इस बात की भी पुष्टि की गयी है कि 525 लोगों की मृत्यु हो गयी है और हज़ारों लोग घायल हुए हैं।
कोपटिक चर्च के मीडिया सूत्रों के अनुसार मुस्लिम ब्रदरहुड के प्रदर्शनकारियों ने कई गिरजाघरों, ख्रीस्तीय शिक्षण संस्थाओं और उनकी दुकानों को जला दिया या उन्हें तहस-नहस कर दिया है।
कोप्टिक समाचारपत्र अल वतानी के अनुसार दक्षिण कैरो के सोहाग के गिरजाघर, दलगा के तीन गिरजाघरों और पाँचवी शताब्दी में निर्मित कुँवारी मरिया को समर्पित मठ को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। इसके सात अन्बा अब्राम क्लिनिक, आध्यात्मिक साधना केन्द्र, नर्सरी स्कूल और धर्माध्यक्ष निवास में आग लगा दिया।
मिस्र के गृह मंत्रालय इस बात की जानकारी दी है कि मुस्लिम ब्रदरहुड के भड़के प्रदर्शनकारियों की हिंसा में 43 पुलिसकर्मियों ने भी अपना जानें गंवायी है।
मालूम हो कि हिंसा उस समय भड़क उठी जब मोर्सी को राष्ट्रपति रूप में पुनर्स्थापित करने की माँग को लेकर धरना दे रहे मुस्लिम ब्रदरहुड के सदस्यों को सुरक्षाकर्मियों ने उनके कैम्प से ज़बरदस्ती हटाने का प्रयास किया।
कैरो से 100 किलीमीटर की दूरी पर स्थि सुवेज शहर में भी गुड शेपर्ड स्कूल पर आग लगा दिया गया। उधर अंगलिकन न्यूज़ सर्विस ने जानकारी दी है कि संत जेवियर्स अंगलिकन चर्च पर आक्रमण किया गया और पल्ली की सम्पति को भारी नुकसान पहुँचाया।
मालूम हो कि 3 जुलाई को मिस्र के राष्ट्रपति मोर्सी को अपदस्त करने के बाद लाखों लोग सड़कों में आ गये थे। मुस्लिम ब्रदरहुड और अलकायदा के नेताओं ने आरोप लगाया कि मोर्सी सरकार का तख़्ता पलटने के षडयंत्र में ईसाई भी शामिल थे।











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