विश्वास की ज्योति आदर्श भारतीय समाज के निर्माण में सहायक
मुम्बई, शनिवार 17 अगस्त 2013 (एशियान्यूज़): मुम्बई महाधर्मप्रांत में विश्वास को समर्पित
वर्ष के समन्वयक एवं धर्माध्यक्ष जोन रोड्रिगस ने 15 अगस्त को 67 वें स्वतंत्रता दिवस
एवं धन्य कुँवारी मरिया के स्वर्गोदग्रहण महापर्व के अवसर पर संत पापा के प्रथम विश्व
पत्र ‘लुमेन फिदेई’ का अर्थ समझाया। उन्होंने एशिया न्यूज़ से बातें करते हुए कहा,
"धन्य कुँवारी मरिया के स्वर्गोदग्रहण महापर्व के अवसर पर हम आज़ादी का त्यौहार मनाते
हैं, जिससे हम प्यार करते हैं। निश्चय ही, हम अपने, समाज के लिए तथा देश के लिए अच्छी
चीजों का चयन करते हैं एवं हमारे उन महान नेताओं के स्वप्नों को साकार करने का प्रयास
करते हैं जिसे उन्होंने आजादी प्राप्त करते समय देखा था। धन्य कुँवारी मरिया के स्वर्गोदग्रहण
महापर्व हमारा आह्वान करता है कि हम आशावान व्यक्ति बनें एवं यह विश्वास करें कि ईश्वर
हमारे लिए इतने महान कार्य सम्पन्न करते, जिनकी हम कल्पना तक नहीं कर सकते।" संत पापा
फ्राँसिस का विश्व प्रेरितिक पत्र हमें याद दिलाता है कि ‘विश्वास समाज में हमारे सभी
रिश्तों को स्पष्ट करने के लिए एक प्रकाश बन जाता है,‘ (न.54) तथा ‘ऐसे समाज के निर्माण
में मदद करती है जो आशामय भविष्य की ओर आगे ले जाती है।’(न.51) विभिन्न धर्मानुयायियों
के देश भारत में किस प्रकार 2.3 प्रतिशत ख्रीस्तीय अन्य विश्वासियों के साथ कार्य कर
सकते हैं? पूछे जाने पर धर्माध्यक्ष ने संत पापा के प्रेरितिक पत्र के विषय में कहा कि
यह पत्र आज के युग के लिए विश्वास को जीने का उपयुक्त उपकरण है।