वेलीवेरिया गाँव में सिपाहियों के क्रूर आक्रमण का श्रीलंका के सभी धर्मों ने किया विरोध
कोलोम्बो, शनिवार, 10 अगस्त 2013 (एशियान्यूज़): श्रीलंका की राजधानी कोलोम्बों में,
बुधवार 7 अगस्त को काथलिक, बौद्ध, हिन्दू एवं मुसलमान धर्मों के सैकड़ों धार्मिक एवं
राजनैतिक नेताओं ने सिपाहियों द्वारा बर्बरता के विरोध में मौन प्रदर्शन किया। वेलीवेरिया
गाँव में पीने के जल की माँग कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोलियाँ चला दी थी जिसमें तीन
लोगों की हत्य हो गयी थी। मुद्दे की गंभीरता को दर्शाने के लिए प्रदर्शनकारियों ने गाँधीजी
के सत्याग्रह या अहिंसा के अंदोलन की तरह इस धरना में सिर्फ पोस्टकार्ड को लेकर मौन धारना
किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने दुःख एवं विरोध जताते हुए काले एवं श्वेत रंग का परिधान
धारण कर रखा था। ख्रीस्तीय एकता आयोग द्वारा संचालित इस रैली का विषय था "हम राज्य
के आतंकवाद की भर्त्सना करते हैं जिसने क्रूरता पूर्वक निर्दोष नागरिकों की हत्या की।"
श्रीलंका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल मालकॉम रंजित ने इस
हिंसक कृत्य को ‘अस्वीकार्य और अनुचित’ कहा है। रैली के दौरान एक पर्ची भी बांटी गयी
जिसमें लिखा था, "सरकार इन क्रूर हत्याओं की पूरी ज़िम्मेदारी ले।" ज्ञात हो कि सत्यग्रह
सत्य, त्याग एवं अहिंसा पर आधारित सिद्धांत है। यह पहली बार 11 सितम्बर सन् 1906 ई. को
महात्मा गाँधी के नेतृत्व में किया गया था।