मुम्बई, शुक्रवार, 8 अगस्त 2013 (एशियान्यूज़) मुम्बई की जानेट लौरेंस डीसूजा को महाराष्ट्र
राज्य अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्षा बनाया गया है। इसकी घोषणा बुधवार 7 अगस्त को की
गयी। मालूम हो की जानेट पहली ख्रीस्तीय महिला है जिसे इस पद को पाने का सम्मान प्राप्त
हुआ है। अपनी नियुक्ति के बारे में एशियान्यूज़ से बाते करते हुए उन्होंने कहा कि यह
उनके लिये एक अवसर है जब वे महाराष्ट्र के अल्पसंख्यकों की समस्याओं का पहचान कर पायेंगी
और उनके समाधान के लिये अपना योगदान दे पायेंगी। श्रीमती जानेट मुम्बई के मुलुन्द
में स्थित सं पीयुस दसवें पल्ली की सदस्या है। वह आरंभ से ही सत्तारूढ़ काँग्रेस पार्टी
की सक्रिय सदस्या रही है और कई महत्वपूर्ण पदों में रह कर अपनी सेवायें प्रदान कीं हैं।
उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों विशेषकर के देहातों में रह रहे ईसाइयों को
धार्मिक कारणों से डराया जाना और सताना आज अल्पसंख्यकों की प्रमुख समस्या है जिसके निदान
की आवश्यकता है। उन्होंने बतलाया कि धर्मपरिवर्तने के झूठे आरोप लगाया जाना शांतिपूर्ण
सहअस्तित्व के लिये घातक है। चर्चों और धार्मिक स्थलों पर आक्रमण करना शांति और सद्भाव
के माहौल को बिगाड़ देतै हैं और राज्य तथा राष्ट्र की प्रगति के बाधक है। जानेट ने
बतलाया कि ईसाइयों के लिये कब्रस्थान की व्यवस्था एक दूसरी चुनौती है जिसका समाधान किया
जाना है। महाराष्ट्र में मुम्बई तथा कई अन्य शहरों में मृत ईसाइयों को दफ़नाने की जगह
का अभाव है जिसका समाधान सरकार को खोजना है।