हिरोशिमाः नाभिकीय अस्त्रों के समापन एवं शांति हेतु प्रार्थना में हज़ारों एकत्र
हिरोशिमा, 06 अगस्त सन् 2013 (एशियान्यूज़): हिरोशिमा के शांति उद्यान में, मंगलवार को
जापान के प्रधान मंत्री शिन्सो आबे तथा हिरोशिमा के काथलिक धर्माध्यक्ष थॉमस मान्यो मायदा
के नेतृत्व में हज़ारों लोगों ने नाभिकीय अस्त्रों के समापन एवं शांति हेतु प्रार्थनाएँ
अर्पित कीं। हिरोशिमा पर संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा की गई बमबारी की 68 वीं बरसी
पर शांति उत्सव का आयोजन किया गया था जिसमें नगर के हज़ारों लोगों ने भाग लिया। इस अवसर
पर शांति प्रतीक रूप में, कपोतों का एक जोड़ा वायु में छोड़ा गया तथा एक मिनट तक मौन
धारण कर बमबारी के शिकार लोगों को श्रद्धान्जलि अर्पित की गई। प्रतिवर्ष की तरह, हिरोशिमा
के नगर भवन से शांति के घण्टे बजाये गये तथा नगराध्यक्ष ने बमबारी के शिकार एवं इसकी
विकिरणों से प्रभावित लोगों को याद किया। परमाणु अस्त्रों के नाभिकीय दुष्प्रभावों
तथा विकिरणों के शिकार हुए लोगों को जापान में हिबाकुशा नाम से जाना जाता है तथा इनका
सम्मान किया जाता है। जापान सरकार द्वारा प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार हिरोशिमा बमबारी
से बच निकले लोगों की संख्या जापान में दो लाख 1,779 है। मंगलवार को शांति उद्यान
में आयोजित शांति समारोह में हिरोशिमा के नगराध्यक्ष काज़ूमी मातसुई ने अपने प्रभाषण
में शांति के महत्व पर बल देते हुए कहा, "परमाणु अस्त्रों के अभिशाप को मिटाने तथा शांतिपूर्ण
विश्व के निर्माण हेतु हर सम्भव प्रयास का प्रण करते हुए हम परमाणु बम विस्फोट में मारे
गये लोगों की आत्माओं के प्रति गहन सहानुभूति का प्रदर्शन करते हैं।" 06 अगस्त
सन् 1945 ई. को संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा हिरोशिमा पर किये गये परमाणु हमले में लगभग
एक लाख चालीस हज़ार लोग मारे गये थे। जापान की काथलिक कलीसिया ने हिरोशिमा एवं नागासाकी
पर किये गये परमाणु विस्फोटों के शिकार लोगों की स्मृति में "टेन डेज़ फॉर पीस" का आयोजन
किया है जिसमें दस दिनों तक जापान के विभिन्न शहरों में नाभिकीय एवं परमाणु अस्त्रों
के ख़तरों एवं शांति के महत्व पर लोगों में चेतना जागरण हेतु कई कार्यक्रमों का आयोजन
किया गया है। वाटिकन की ओर से न्याय एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
कार्डिनल पीटर टर्कसन भी इसी सिलसिले में जापान की यात्रा पर हैं। कार्डिनल महोदय जापानी
धर्माध्यक्षों द्वारा आयोजित कई शांति समारोहों का नेतृत्व कर रहे हैं।