वाटिकन सिटी, बुधवार, 31 जुलाई 2013 (एशिया न्यूज़): जकारता के केमबारान, बनेउमस एवं
जावा प्रांत स्थित मस्जिदों में रविवार 28 जुलाई को युवा ख्रीस्तीयों ने मुस्लमानों से
मुलाकात की। शांति, प्यार एवं न्याय को मजबूत करने के इरादे से इंडोनेशिया के युवाओं
के बीच इस घटना की आपसी पहल की गयी। पुरवॉकेरतो धर्मप्रांत के केबूमेन रिजेंसी स्थित
संत जोन मेरी वियान्नी के पल्ली पुरोहित फादर जोहन्नेस की अगुवाई में 32 काथलिक प्रतिनिधि
युवा छात्र-छात्राएँ एवं शिक्षक- शिक्षिकाएँ एक साथ केंबारान गाँव के एक मस्जिद गये जहाँ
पहले से अन्य ईसाई एवं मुसलमान युवा मौजूद थे। मुलाकात के दौरान ईसाई एवं मुसलमान
छात्र-छात्राओं ने देश में आपसी समझदारी एवं अनेकता की स्थिति को मजबूत करने हेतु कविता
एवं संगीत प्रस्तुत किया जो बहुजातिक राज्य इंडोनेशिया का आधार है। यह आगामी 17 अगस्त
को इनडोनेशिया में मनाये जाने वाले स्वतंत्रता दिवस की एक तैयारी थी। इस्लाम धर्म
के पवित्र महीना रमादान के रोज़ा का अन्त करते हुए संध्या को परम्परा के अनुसार मुसलमानी
छात्रों ने उपस्थित लोगों को भोजन हेतु आमंत्रित किया। येसु संघ के सदस्य, पुरोकेर्तो
के धर्माध्यक्ष जुलियानुस सुनारको ने इस पहल की प्रशंसा की तथा भविष्य के लिए प्रोत्साहन
दिया। ज्ञात हो कि इंडोनेशिया, विश्व का एक प्रमुख मुसलिम बहुल देश है, जहाँ काथलिकों
की जनसंख्या सिर्फ 7 लाख अर्थात 3 प्रतिशत है।