रियो दे जानेरोः ब्राज़ील में सन्त पापा ने क्षुधा, हिंसा एवं भ्रष्टाचार का किया खण्डन
रियो दे जानेरो, 27 जुलाई सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को विश्व
में व्याप्त क्षुधा, हिंसा एवं भ्रष्टाचार की निन्दा की। 28 वें विश्व युवा दिवस
के लिये काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु इस समय ब्राज़ील के रियो दे जानेरो में हैं। शुक्रवार
को रियो दे जानेरो के कोपाकबाना समुद्री तट पर आयोजित पवित्र क्रूस मार्ग की विनती के
अवसर पर सन्त पापा ने विश्व के युवाओं से आग्रह किया कि वे उस विश्व में परिवर्तन का
प्रयास करें जहाँ एक ओर तो खाद्य पदार्थों का अपव्यय होता है तो दूसरी ओर लाखों लोग भूखे
पेट सोने के लिये बाध्य हैं। उस विश्व को बदलने का उन्होंने आह्वान किया जहाँ जातिवाद
एवं हिंसा अभी भी मानव प्रतिष्ठा पर कुठाराघात कर रहें हैं तथा जहाँ राजनीति लोगों की
सेवा के बजाय भ्रष्टाचार में लिप्त है। शुक्रवार, 26 जुलाई को अपनी ब्राज़ील यात्रा
के पाँचवे दिन विश्व व्यापी काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस ने एक साधारण
पुरोहित की भूमिका निभाते हुए, रियो दे जानेरो के पार्को क्विनता दे बोआ विस्ता उद्यान
में प्रतिष्ठापित, पापस्वीकार-पीठिका से. पाँच युवाओं के पापस्वीकार सुनें तथा उन्हें
पुनर्मिलन संस्कार की कृपाओं से अनुगृहीत किया। वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको
लोमबारदी ने बताया कि पापस्वीकार करनेवाले तीन युवा ब्राज़ील के, एक युवती इटली की तथा
एक युवती वेनेज़ुएला की थी। युवाओं को पुनर्मिलन संस्कार प्रदान करने के उपरान्त सन्त
पापा ने उद्यान में सेवारत मदर तेरेसा द्वारा स्थापित उदारता के मिशनरी धर्मसंघ की धर्मबहनों
से मुलाकात की।