उड़ीसाः काथलिक धर्मबहन का सामूहिक बलात्कार, कार्डिनल ग्रेशियसः आतंकवादी कृत्य
उड़ीसा, 16 जुलाई सन् 2013 (एशियान्यूज़): उड़ीसा के कंधमाल ज़िले के बामूनिगन में एक
28 वर्षीया काथलिक धर्मबहन का अपहरण कर एक सप्ताह तक उसका सामूहिक बलात्कार किया गया
जिसकी कटक भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जॉन बरवा तथा भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
के अध्यक्ष एवं मुम्बई के कार्डिनल ऑसवल्ड ग्रेशियस ने कड़ी निन्दा की है। कन्धमाल
ज़िले के बामूनिगम में 05 से 11 जुलाई तक एक 28 वर्षीया धर्मबहन का सामूहिक बलात्कार
किया गया था। बलात्कार करनेवाले धर्मबहन के दो चचेरे भाई तथा उनके दोस्त थे। इस घटना
को 15 जुलाई को सार्वजनिक किया गया। कार्डिनल ऑसवल्ड ग्रेशियस ने धर्मबहन के सामूहिक
बलात्कार को शारीरिक एवं मानसिक आतंकवादी कृत्य निरूपित कर इसे मानवजाति के विरुद्ध अपराध
बताया है। उन्होंने कहा, " ईश्वर के प्रति समर्पित युवा धर्मबहन का शीलहरण एक दुष्ट कृत्य
है।" उन्होंने कहा कि बलात्कार एक घृणित अपराध तथा महिलाओं की मर्यादा के विरुद्ध घोर
पाप है जो हमारे समाज एवं देश में महिलाओं की नितलीय स्थिति का प्रतिबिम्ब है।" कटक
भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जॉन बरवा ने घटना की कड़ी निन्दा कर कहा, "अपराधियों को
बिना विलम्ब न्यायोचित दण्ड दिया जाना चाहिये तथा कानून को अपना काम करना चाहिए, जो कुछ
हुआ है वह अपमानजनक है।" धर्मबहन कंधमाल की मूल निवासी हैं जो तमिलनाड के चेन्नई
स्थित एक कॉलेज में अध्ययनरत हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि दो सप्ताह पूर्व एक महिला
ने उन्हें टेलीफोन पर बताया कि उनकी माताजी बहुत बीमार थी जिसके बाद वे चेन्नई से कंधमाल
पहुँची थीं। कंधमाल के बामूनिगम स्टेशन पर धर्मबहन के दो चचेरे भाई तथा उनके मित्र उन्हें
लेने पहुँचे थे हालांकि, धर्मबहन को घर पहुँचाने के बजाय वे उन्हें किसी अज्ञात स्थल
पर ले गये तथा एक सप्ताह तक उनका सामूहिक बलात्कार किया। 11 जुलाई को हमलावरों
ने धर्मबहन को बेरहामपुर स्टेशन पर धमकी देकर छोड़ कि वे घटना के बारे में किसी को कुछ
न बतायें किन्तु धर्मबहन अपने घर पहुँचने में कामयाब हो गई जहाँ 13 जुलाई को उन्होंने
पुलिस में शिकायत दर्ज़ कराई। पुलिस ने चचेरे भाई जोतिन्द्र और तुकुना सुबासुन्दर
तथा उनके एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है किन्तु अन्य हमलावर फ़रार हैं। धर्मबहन
के भाई के अनुसार, इस हिंसक कृत्य का कारण पारिवारिक हो सकता है। उन्होंने बताया कि विगत
वर्ष उनके चाचा नक्सलियों द्वारा मारे गये थे तब चाचा के घरवालों ने आरोप लगाया था कि
धर्मबहन का परिवार इस हत्या में शामिल था।