2013-06-22 12:37:49

मुम्बईः कार्डिनल टोप्पो ने सारना धर्मगुरु के आरोपों का किया खण्डन


मुम्बई, 22 जून सन् 2013 (एशियान्यूज़): राँची के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल टेलेस्फोर टोप्पो ने झारखण्ड के एक परम्परावादी धर्म सारना के गुरु द्वारा ख्रीस्तीयों पर लगाये धर्मान्तरण के आरोपों का खण्डन किया है।
सारना आदिवासी दल के धर्मगुरु बन्धन तिग्गा ने राँची के एक गिरजाघर में प्रतिष्ठित माँ मरियम की प्रतिमा का विरोध किया है इसलिये कि मरियम को आदिवासी परिधान पहने दर्शाया गया है। गुरु तिग्गा का आरोप है कि आदिवासियों को ख्रीस्तीय धर्म के प्रति आकर्षित करने के लिये ऐसा किया गया।
सारना गुरु के अनुसार, "मरियम को लाल किनारे की सफेद साड़ी पहनाना सारना आदिवासियों को ख्रीस्तीय धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास हो सकता है। हम झगड़ा नहीं चाहते किन्तु चाहते हैं कि मरियम की प्रतिमा को या तो हटा दिया जाये या फिर बदल दिया जाये ताकि वे आदिवासी न दिखें।"
कार्डिनल टोप्पो ने सारना आदिवासी नेता के इन आरोपों का खण्डन करते हुए कहा है कि आरोप राजनीति जनित हैं। उन्होंने कहा आगामी वर्ष चुनाव होने वाले हैं तथा कुछेक व्यक्ति ख्रीस्तीयों एवं ग़ैरख्रीस्तीयों के बीच झगड़ों उत्पन्न कर उसका लाभ उठाना चाहते हैं।"
दिव्य शब्द धर्मसमाज के समाजशास्त्री एवं काथलिक पुरोहित फादर अगस्टीन काँजामाल के अनुसार मरियम को स्थानीय लोगों के लिबास में प्रदर्शित करना वैधानिक एवं ईशशास्त्रीय दृष्टि से भी उचित है। उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय मिशनरी आरम्भ से ही लोगों की स्थानीय संस्कृतियों एवं परम्पराओं की रक्षा करते आये हैं।








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