काठमांण्डू: ‘करितास नेपाल’ द्वारा बाल-मजदूरी पर विचार हेतु कार्यशाला
काठमांण्डू, मंगलवार, 18 जून 2013 (एशिया न्यूज़): नेपाल में बच्चों एवं महिलाओं संबंधी
समाज सेवा तथा मानव अधिकार ग़ैरसरकारी संगठन की एक रिर्पोट में पाया गया कि यद्यपि नेपाली
कानून के अनुसार मजदूरों की न्यूनतम उम्र 14 वर्ष है किन्तु इसके बावजूद अधिकत्तर घरेलू
मजदूर 10 से 14 वर्ष की आयु के बच्चे हैं। उक्त संगठन गरीब बच्चों को, बाल मजदूरी
एवं यौन दुराचार से सुरक्षा दिलवाने के लिए कार्यरत है। ‘करितास नेपाल’ ने समस्याओं
पर विचार करने हेतु हाल में एक कार्यशाला का आयोजन किया था जिसमें ख्रीस्तीय, हिन्दु
एवं बौध धर्म के प्रतिनिधियों के साथ साथ करीब 200 सदस्यों ने भाग लिया। उक्त रिर्पोट
347 बाल-मजदूरों के साथ हुए साक्षात्कार पर आधारित है जिसमें 58 प्रतिशत अपने परिवार
की दयनीय आर्थिक स्थिति के कारण मजदूरी में लगे हैं। ज्ञात हो कि बाल श्रामिक अधिनियम
2000 के तहत 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मजदूरी में लगाने की अनुमति नहीं है तथा
नियोक्ताओं को अपने श्रमिकों के मौलिक अधिकारों की कद्र करना है।