वाटिकन सिटीः एंगलिकन धर्मगुरु के साथ मुलाकात में जीवन की रक्षा एवं सिरियाई ख्रीस्तीयों
को सन्त पापा ने किया याद
वाटिकन सिटी, 15 जून सन् 2013 (सेदोक): विश्व के एंगलिकन ख्रीस्तीय धर्मगुरु कैनटरबरी
के महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेलबी के साथ, शुक्रवार को सम्पन्न मुलाकात में सन्त पापा फ्राँसिस
ने जीवन की रक्षा का आह्वान किया एवं सिरियाई ख्रीस्तीयों की दयनीय स्थिति का स्मरण
किया। सन्त पापा ने कहा, "काथलिक कलीसिया एवं एंगलिकन ख्रीस्तीयों के बीच लम्बे
और जटिल इतिहास के दौरान कई दुखद क्षणों का अनुभव हुआ तथापि, ऐसे विश्व में जहाँ समाज
की आधारशिला, जैसे मानव जीवन की पवित्रता अथवा विवाह पर निर्मित परिवार पर ख़तरा बना
हुआ है, हम ईशशास्त्रीय वार्ता तथा समन्वय एवं सहयोग के रास्ते पर आ गये हैं। इस पृष्ठभूमि
में," सन्त पापा ने कहा, दोनों कलीसियाओं को जीवन और पारिवारिक मूल्यों की संयुक्त आवाज़
बनना चाहिये। सन्त पापा ने कहा कि यह एक सन्तोषजनक तथ्य है कि काथलिक एवं एंगलिकन
कलीसियाएं सामाजिक न्याय, मानव की सेवा में संचालित आर्थिक निकाय तथा जनकल्याण हेतु उदारता
के कार्यों में भी एक साथ हैं। सिरिया में जारी युद्ध पर चिन्ता व्यक्त करते हुए
उन्होंने कहा यह भी नहीं भुलाया जा सकता कि काथलिक एवं एंगलिकन ख्रीस्तीय धर्मानुयायी
सिरियाई संकट का शांतिपूर्ण समाधान पाने हेतु एकमत हैं तथा, विशेष रूप से, प्रार्थना
करते हैं कि सिरिया के काथलिक अल्पसंख्यक समुदाय को उसकी बुलाहट के अनुकूल शांति के विस्तार
का मौका मिले। शनिवार की मुलाकात का उद्देश्य समझाते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा
कि यह मुलाकात हमें यह याद दिलाने का अवसर है कि ख्रीस्त के अनुयायियों के बीच एकता का
लक्ष्य केवल एक व्यावहारिक विचार नहीं है बल्कि यह स्वयं प्रभु येसु की इच्छा है जिन्होंने
पिता से विनती की थी कि "वे सब के सब एक हो जायें"।