2013-06-12 11:53:40

मनीलाः "सिसिलाह" ने जीता जापान का शांति पुरस्कार


मनीला, 12 जून सन् 2013 (एशिया न्यूज़): फिलिपिन्स में परमधर्मपीठीय विदेशी मिशनरी धर्मसमाज "पीमे" के काथलिक पुरोहित फादर सेबेस्टियन दाम्ब्रा द्वारा सन् 1986 में स्थापित मुस्लिम-ख्रीस्तीय वार्ता अभियान "सिसिलाह" को सन् 2013 के जापानी शांति पुरस्कार "गोय" से सम्मानित किया गया है।
सन् 1999 में टोकियो में इस पुरस्कार की स्थापना, शांति को प्रोत्साहन देने तथा जाति एवं नस्लगत भेदभाव को समाप्त करने हेतु की गई थी।
फिलीपिन्स तथा, विशेष रूप से, दक्षिणी फिलिपिन्स के मुसलमानों एवं ख्रीस्तीयों के बीच, वार्ताओं द्वारा मैत्री एवं सदभाव उत्पन्न करने हेतु "सिसिलाह" को इस पुरस्कार से नवाज़ा गया है। जापानी पुरस्कार समिति द्वारा "सिसिलाह" को प्रेषित पत्र में कहा गया कि उनके अन्तरधार्मिक प्रयासों ने फिलिपिन्स के समुदायों में शांति स्थापित करने के साथ-साथ विश्व के अन्य क्षेत्रों को आध्यात्मिक मूल्यों पर आधारित यथार्थ शांति की खोज करने की प्रेरणा दी है।
इससे पूर्व हंगरी के दर्शनशास्त्री इरविन लाज़लो, कॉस्टा रिका के राष्ट्रपति ऑस्कर आरियास तथा भारत के डॉ. दीपक चोपड़ा को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
काथलिक पुरोहित फादर दाम्ब्रा द्वारा 20 वर्षों पूर्व स्थापित "सिसिलाह" शांति अभियान के तहत मुसलमानों एवं ख्रीस्तीयों के बीच मैत्री को बढ़ावा देने के लिये कई पहलें आरम्भ की गई हैं जिनमें युवाओं के लिये रोज़गार प्रशिक्षण भी शामिल हैं। इस अभियान के तहत फिलिपिन्स की सरकार एवं देश में विगत चालीस वर्षों से सक्रिय मुस्लिम विद्रोही दल "मोरो इस्लामिक फ्रँट" के बीच भी कई रचनात्मक वार्ताएं सम्पन्न हुई हैं। ग़ौरतलब है कि सेना तथा मुसलमान लड़ाकाओं के बीच 40 वर्षों से जारी संघर्ष में कम से कम एक लाख लोग मारे जा चुके हैं।









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