भोपाल, 10 जून सन् 2013 (ऊका समाचर): भोपाल में घातक गैस काण्ड के 28 वर्ष बाद आज भी
लोगों को जन्मदोष जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऊका समाचार के अनुसार,
ब्रिटेन के अखबारों ने, इस सप्ताहान्त, पूरे पृष्ठ पर छपे विज्ञापन द्वारा इस बात का
दावा किया है कि 03 दिसम्बर सन् 1984 को, अमेरिकी कम्पनी यूनियन कार्बाइड के कीटनाशक
कारखाने से घातक गैस का रिसाव हुआ था जिसके दुष्परिणाम अभी भी लोगों को भुगतने पड़ रहे
हैं। ब्रिटेन की एक कल्याणकारी संस्था द्वारा प्रकाशित विज्ञापन में इस बात का दावा
किया गया है कि सन् 1984 में कीटनाशक कारखाने से निकली घातक गैस के कारण कई बच्चे जन्म
दोष अथवा विकृतियों के साथ पैदा हो रहे हैं तथा अनेक अन्य मृत पैदा हो रहे हैं। विज्ञापन
में विकृत जन्में बच्चों की तस्वीरेंम दिखाई गई हैं तथा इसके पाठ में कहा गया हैः "कुछ
घाव इतने भयावह हैं कि दिखाये नहीं जा सकते जैसे एक बच्ची की आँख में ट्यूमर तथा अन्ततः
मृत्यु।" ब्रिटेन की उक्त संस्था गैस काण्ड से प्रभावित लगभग 100,000 लोगों को सेवाएँ
अर्पित करनेवाले, भोपाल के, दो चिकित्सालयों को आर्थिक मदद प्रदान कर रही है। संस्था
के एक अध्ययन के अनुसार पहले घातक गैस के रिसाव से और उसके बाद प्रदूषित जल पीने के कारण
लाखों लोग बीमार हुए हैं। जन्मदोष का कारण भी गैस रिसाव के बाद प्रदूषित जल बताया जा
रहा है।