नई दिल्लीः बाल मज़दूरी के विरुद्ध पोस्टर अभियान शुरु
नई दिल्ली, 08 जून सन् 2013(ऊका समाचार): नई दिल्ली में, गुरुवार को, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन के श्रम आयोग ने भारत में बाल मज़दूरी के विरुद्ध संघर्ष को सघन करने के लिये
पोस्टर अभियान का उदघाटन किया। आगामी सप्ताह बाल मज़दूरी दिवस मनाया जा रहा है कि
इसी के उपलक्ष्य में काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव आगरा के महाधर्माध्यक्ष
आल्बर्ट डिसूज़ा ने इस अभियान का उदघाटन किया। सम्मेलन के श्रम आयोग के सचिव फादर
जेसन वादासरी ने कहा कि भारत की काथलिक कलीसिया बाल मज़दूरी के विरुद्ध संघर्षरत विश्व
के समस्त लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि काथलिक कलीसिया का पोस्टर अभियान बाल मज़दूरी
की विश्वव्यापी समस्या पर लोगों में चेतना जाग्रत करेगा। इस अवसर पर आयोजित वाद-विवाद
सत्र में इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया कि हालांकि बच्चों को देश का भविष्य
कहा जाता है तथापि, उन्हें बाल मज़दूरी में लगाकर उनसे शिक्षा, बाल्यकाल के मनोरंजन,
खेल कूद, शारीरिक व्यायाम आदि से वचिंत कर दिया जाता है। बाल मज़दूरी को रोकने के लिये
परिवारों को समर्थन दिये जाने का भी सुझाव दिया गया। अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने
सन् 2002 में बाल मज़दूरी दिवस की घोषणा की थी। संगठन का अनुमान है कि विश्व में
लगभग 21 करोड़ पचास लाख बच्चे बाल श्रम में संलग्न हैं जिनमें से दस करोड़ 15 लाख ख़तरनाक
मज़दूरी जैसे हथियार एवं पटाखे बनाने के कारखानों, दासता, मादक पदार्थों की तस्करी तथा
अन्य अवैध कामों पर लगाये जा रहे हैं।