काठमाण्डूः पर्यावरण की सुरक्षा हेतु नेपाल के राजनीतिज्ञ एवं हिन्दु नेता हुए सन्त पापा
फ्राँसिस के साथ
काठमाण्डू, 07 जून सन् 2013 (एशियान्यूज़): नेपाल के राजनीतिज्ञों, हिन्दु नेताओं तथा
वैज्ञानिकों ने विश्व पर्यावरण दिवस पर कहे सन्त पापा फ्राँसिस के शब्दों का स्वागत किया
है। 05 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। नेपाल में विज्ञान, तकनीकी
एवं पर्यावरण सम्बन्धी मंत्री ऊमाकान्त झा ने कहा, "सन्त पापा हमें शिक्षा देते हैं कि
सृष्टि की रक्षा हमारा दायित्व है।" उन्होंने कहा कि नेपाली एवं एशियाई संस्कृति के लिये
सन्त पापा के शब्द अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं जहाँ नित्य बढ़ती निधर्नता के बावजूद अधिकाधिक
लोग खाद्य पदार्थों को बरबाद कर देते हैं। नेपाल के वैज्ञानिकों एवं समाज शास्त्रियों
का कहना है कि नेपाल में आर्थिक विकास के परिणामस्वरूप धनी बने लोग भोजन की बरबादी पर
गर्व करते हैं। यह स्थिति, विशेष रूप से, राजधानी काठमाण्डू में देखी जा सकती है जहां
महलों एवं आलीशान मकानों के नीचे अनेक क्षुधापीड़ित भीख मांगा करते हैं। इस बीच,
काठमाण्डू शहर के पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष रबीनमन श्रेष्ठा ने कहाः "सन्त पापा ने हमारे
समाज की अति गम्भीर समस्याओं में से एक को रेखांकित किया है और वह है मानव पर धन का आधिपत्य।"
श्रेष्ठा ने कहा, "सन्त पापा ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया है कि हमारी चिन्ताएँ
धन और उसके नियमों पर केन्द्रित हैं मानव पर नहीं और इस प्रकार का लालच सृष्टि का विनाश
कर रहा है।" नेपाल के वरिष्ठ हिन्दु नेता दामोदर शर्मा ने भी नेपाल के लोगों से आग्रह
किया है कि वे सन्त पापा फ्राँसिस के सन्देश को आत्मसात कर भोजन की बरबादी को रोके एवं
पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान दें।