वाटिकन सिटीः सन्त पापा के नेतृत्व में विश्व भर के काथलिकों ने की आराधना
वाटिकन सिटी, 03 जून सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में, रविवार
02 जून को, रोम समयानुयार सन्ध्या पाँच से छः बजे तक, सन्त पापा फ्राँसिस ने यूखारिस्त
के आदर में पवित्र घड़ी का नेतृत्व किया जिसमें सम्पूर्ण विश्व के काथलिकों ने भाग लिया।
विश्व भर के लगभग 5000 काथलिक धर्मप्रान्तों के गिरजाघरों, धर्मसमाजी आश्रमों एवं
मठों में एकत्र होकर काथलिक धर्मानुयायियों ने, एक ही समय, सन्त पापा के साथ मिलकर, पवित्र
घड़ी में भाग लिया तथा युद्ध, दास श्रम, मानव तस्करी तथा वर्तमान आर्थिक संकट से जूझ
रहे पीड़ितों के लिये विशेष प्रार्थनाएँ अर्पित कीं। इस पवित्र घड़ी के लिये सन्त
पापा फ्राँसिस ने दो प्रार्थना मनोरथों को विश्वासियों के समक्ष रखा था। पहले मनोरथ के
अनुकूल "अभी भी दासप्रथा से पीड़ित लोगों, युद्ध के कारण प्रताड़ितों तथा मानव तस्करी,
मादक पदार्थों के अवैध व्यापार, बन्धुआ मज़दूरी एवं शोषण के शिकार लोगों के लिये प्रार्थना।
साथ ही वयोवृद्धों, बेरोज़गारों, आप्रवासियों, बेघर लोगों, क़ैदियों तथा समाज से दरकिनार
कर दिये गये लोगों के लिये प्रार्थना।" दूसरे मनोरथ के तहत, "काथलिक कलीसिया के सदस्यों
के लिये प्रार्थना ताकि कलीसिया पीड़ितों की पुकार के प्रति सदैव सचेत रहे तथा उनकी सहायता
का हर सम्भव प्रयास करे। कलीसिया की प्रार्थना तथा उसका सक्रिय सामीप्य पीड़ितों को विश्रान्ति
एवं सहायता दे तथा मानव प्रतिष्ठा की रक्षा हेतु उन्हें सम्बल प्रदान करे।" वाटिकन
सूत्रों के अनुसार काथलिक कलीसिया के इतिहास में पहली बार, कलीसिया के परमाध्यक्ष के
नेतृत्व में सम्पूर्ण विश्व के काथलिक धर्मानुयायियों ने, एक ही समय, एक साथ मिलकर प्रार्थना
की। भारत सहित फिलीपिन्स, सामोआ, कुक द्वीप समूह, मलेशिया और साथ ही ओशियाना, अमरीका
एवं यूरोप के कई देशों ने सन्त पापा फ्राँसिस के नेतृत्व में सम्पन्न पवित्र घड़ी में
भाग लिया।