संत पापा फ्राँसिस ने कैंसर पीड़ित बच्चों से की मुलाकात
वाटिकन सिटी, शनिवार, 1 जून 2013( बीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित संत
मार्था प्रार्थनालय में, शुक्रवार, 31 मई को रोम के काथलिक अस्पताल ‘अगोस्तीनो जेमेली’
के कैंसर विभाग के 22 कैंसर पीड़ित बच्चों के साथ मुलाकात कीं। उन्होंने कैंसर पीड़ित
दो जुड़वाँ बच्चों से मुलाकात करते हुए कहा, "बच्चों को येसु सबसे अधिक प्यार करते हैं।"
मुलाकात के दौरान बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता एवं अस्पताल के प्रतिनिधि कर्मचारी
और जेमेली के कुछ स्वयं सेवी, धर्मबहनें एवं पुरोहित उपस्थित थे। मुलाकात बड़े ही
साधारण प्रार्थनामय, आनन्दमय और भावपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। दल में से एक
माइकेले नुगनेस ने ‘क्रुस का चिन्ह’ बनाते हुए तथा ‘हे पिता हमारे विनती’ दोहराने के
बाद संत पापा को सम्बोधित कर कहा, "प्रिय संत पापा फ्राँसिस, मैं जेमीनी के अपने मित्रों,
चिकित्सकों, पुरोहितों एवं यूनिटसी जिन्होंने हमें लोरेटो के तीर्थयात्रा में मदद दिया
है उनके साथ यहाँ आकर बहुत खुश हूँ। आपको साक्षात् देख पाना एक बहुत सुखद अनुभव है। लूर्द
में हमने आपके लिए प्रार्थना की। हम आपके लिए प्रार्थना करना जारी रखेंगे एवं आपसे से
भी सभी बीमार लोगों के लिए प्रार्थना की आशा करते हैं। हमारे माता पिताओं को आशीष दीजिए
कि वे भी आपकी तरह मुस्कुरा सकें।" संत पापा ने उन बच्चों को संदेश देते हुए कहा,"
येसु रोते हुए बच्चे को पाकर क्या करते हैं? वे रुक जाते हैं। क्यों? क्योंकि बच्चे ही
हैं जिन्हें येसु सबसे अधिक प्यार करते हैं। येसु आज आप के बहुत करीब हैं वे यर्थाथ में
यहाँ उपस्थित हैं। संत पापा ने बच्चों से और छोटे- छोटे सवाल पूछे, जिनका उत्तर सभी बच्चों
ने मिलकर दिया। उसके बाद संत पाप ने कहा कि येसु उन्हें हमेशा प्यार करते हैं क्योंकि
वे उनके अति करीब हैं और जब वे खुश रहते हैं तो येसु उनके साथ चलते हैं। बच्चों ने
संत पापा को एक छोटा उपहार दिया तथा एक साथ प्राणाम मरिया विन्ती की। संत पापा ने उन्हें
आशीष दी तत्पश्चात शुभकामनाएँ देते हुए उन्हें विदा किया।