बालासोरः ख्रीस्तीय एकता शांति एवं न्याय को करती प्रोत्साहित, धर्माध्यक्ष थिरूथालिल
बालासोर, 31 मई सन् 2013 (एशियान्यूज़): उड़ीसा की काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष
तथा बालासोर के धर्माध्यक्ष थॉमस थिरूथालिल का कहना है कि ख्रीस्तीयों के बीच एकता, न्याय
एवं शांति को प्रोत्साहित करती है। उड़ीसा में सन् 2008 की ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा
से अब तक पीड़ित लोगों के सन्दर्भ में, एशियान्यूज़ से, धर्माध्यक्ष थिरूथालिल ने कहा
कि उड़ीसा की काथलिक कलीसिया समस्त ख्रीस्तीयों के मध्य एकता को बढ़ावा देने का प्रयास
कर रही है ताकि ख्रीस्तीय धर्मानुयायी एकजुट होकर न्याय एवं शांति की स्थापना हेतु कार्य
कर सकें। उन्होंने कहा कि भारत के अन्य राज्यों की तरह ही उड़ीसा भी "गहन आध्यात्मिकता"
एवं "मज़बूत परम्पराओं" वाली भूमि है। उड़ीसा की समस्याओं का ब्योरा देते हुए उन्होंने
कहा कि सर्वाधिक गम्भीर समस्याएं निर्धनता, भूमि का जब्त कर लिया जाना, आप्रवास, विस्थापन
तथा बेरोज़गारी है। धर्माध्यक्ष महोदय ने कहा कि ख्रीस्तीयों के बीच एकता को सुदृढ़
कर इन समस्याओं के समाधान हेतु ऐसा वातावरण तैयार किया जाना चाहिये जिसमें हर व्यक्ति
अपने सहनागरिक की भलाई हेतु कार्य करने के लिये तत्पर रहे। धर्माध्यक्ष ने कहा कि
हालांकि सन् 2008 की ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के सभी घाव अभी भी भर नहीं पायें हैं तथापि,
वे आशावान हैं इसलिये कि कलीसियाई इतिहास के अन्तराल में समस्याओं एवं कठिनाइयों ने सदैव
ख्रीस्तीयों के विश्वास को और अधिक मज़बूत किया है।