वाटिकन सिटीः सफलताओं से भरी कलीसिया की नहीं अपितु एक विनम्र और उदार कलीसिया की नितान्त
आवश्यकता है, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, 30 मई सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि काथलिक कलीसिया
को महान सफलताओं वाली विजयी कलीसिया नहीं बल्कि एक विनम्र कलीसिया होना चाहिये। वाटिकन
स्थित सन्त मर्था आवास के प्रार्थनालय में बुधवार को ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते
हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने क्रूस अर्थात पीड़ा रहित ख्रीस्तीय धर्म के प्रलोभन से बचने
का सन्देश दिया। सन्त पापा ने कहा कि सुव्यवस्थित, सुसंगठित एवं सफलताओं से भरी कलीसिया
की आवश्यकता नहीं है अपितु एक विनम्र, उदार, सेवा में संलग्न एवं येसु के साथ साथ चलनेवाली
कलीसिया की नितान्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "अपनी उपल्ब्धियों पर विजयोल्लास
मनानेवाली कलीसिया, कलीसिया के लिये बाधक है, इसी प्रकार अपनी उपलब्धियों पर विजयोत्सव
मनानेवाले ख्रीस्तीय धर्मानुयायी ख्रीस्तीयों के लिये बाधा हैं। ऐसी कलीसिया जो सुव्यवस्था,
सुसंगठन एवं अपनी उपलब्धियों से सन्तुष्ट है तथा प्रभु येसु मसीह के आदेशों को नहीं जानती,
कलीसिया के मिशन में बाधा बनती है। इसी प्रकार, जो कलीसिया क्रूस की विफलताओं द्वारा
हासिल विजय को नहीं जानती वह क्रूस की ओर बढ़ती तीर्थयात्रा में बाधा डालती है।"