जकार्ताः विरोधों के बावजूद युधोयोनो मानवाधिकार पुरस्कार हेतु बढ़े आगे
जकार्ता, 29 मई सन् 2013 (एशियान्यूज़): अल्पसंख्यक धर्मानुयायियों एवं मानवाधिकार संगठनों
के विरोधों की अवहेलना करते हुए इन्डोनेशिया के राष्ट्रपति सुशील बामबाँग युधोयोनो, मानवाधिकार
पुरस्कार ग्रहण करने हेतु, अमरीका की यात्रा के लिये रवाना हो गये हैं। इण्डोनेशिया
के धार्मिक अल्पसंख्यकों, मानवाधिकार संगठनों तथा मध्यममार्गी मुसलमानों ने राष्ट्रपति
युधोयोनो को धार्मिक स्वतंत्रता के प्रोत्साहन हेतु पुरस्कृत किये जाने का विरोध किया
है। उनका आरोप है कि राष्ट्रपति ने देश के अल्पसंख्यकों के विरुद्ध चरमपंथी मुसलमान दलों
की हिंसा को रोकने हेतु कोई प्रयास नहीं किये। न्यूयॉर्क स्थित "अपील ऑफ कॉनशियन्स"
नामक संगठन ने राष्ट्रपति युधोयोनो को धार्मिक स्वतंत्रता के प्रोत्साहन हेतु पुरस्कृत
किये जाने की घोषणा की थी। हाल में दर्शनशास्त्री येसु धर्मसमाजी पुरोहित फादर फ्राँज़
सुसेनो तथा मध्यममार्गी मुसमुलमान नेता प्राध्यपक स्यफ़ी मारिफ़ ने राष्ट्रपति को पुरस्कार
दिये जाने का विरोध कर कहा था कि राष्ट्रपति युधोयोनो में साम्प्रदायिक हिंसा को रोकने
हेतु राजनैतिक साहस की कमी देखी गई। सुन्नी मुसलमान बहुल देश इण्डोनेशिया में, हाल
के माहों में, शिया एवं अहमदी मुसलमानों, काथलिकों एवं प्रॉटेस्टेण्ट ख्रीस्तीयों के
विरुद्ध कई हिंसक घटनाएँ हुई हैं जिसे रोकने के लिये इण्डोनेशियाई सरकार ने कोई ठोस
कदम नहीं उठाये।