नई दिल्लीः चीनी प्रधान मंत्री की भारत यात्रा के दौरान तिब्बतियों का विरोध
नई दिल्ली, 21 मई सन् 2013 (ऊका समाचार): चीनी प्रधानमंत्री ली ख छ्यांग के भारत दौरे
का विरोध करते हुए रविवार एवं सोमवार को नई दिल्ली में तिब्बती छात्रों ने चाणक्यपुरी
में ताज पैलेस होटेल के इर्द गिर्द कड़ी सुरक्षा के बावजूद विरोध प्रदर्शन किये। तीन
तिब्बती छात्रों को पुलिस ने सोमवार को ताज पैलेस होटेल के पास से गिरफ्तार किया जहाँ
प्रधान मंत्री ली ख छ्यांग ठहरे हुए हैं। एक अन्य छात्र को चीनी दूतावास के निकट गिरफ्तार
किया गया। पुलिस ने बताया कि नई दिल्ली के उन इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर
दी गई है जहाँ सन् 1959 ई. के बाद आ बसे तिब्बती शरणार्थी रहते हैं। एक वरिष्ठ पुलिस
अधिकारी ने यह भी बताया कि तिब्बत के ग़ैरसरकारी दलों द्वारा चीनी प्रधान मंत्री की भारत
यात्रा के समय विरोध प्रदर्शन करने हेतु किये गये निवेदन को, सुरक्षा कारणों से, ठुकरा
दिया गया था। नई दिल्ली में तिब्बतियों के अधिकारों के लिये संघर्षरत दल के नेता
जे. शेरिंग ने, ऊका समाचार से बातचीत में, दुख व्यक्त किया कि भारत सरकार ने उन्हें शांतिपूर्ण
प्रदर्शन करने से रोक दिया। उन्होंने कहा, "हम प्रजातांत्रिक रूप से प्रदर्शन करना चाहते
थे। हम दृढ़तापूर्वक चीनी आक्रमणों की निन्दा करते हैं। हमारे पास मानवाधिकार सम्बन्धी
मुद्दे हैं और हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना चाहते थे।" सोमवार सुबह कड़ी सुरक्षा
के बावजूद कुछ तिब्बती युवक चाणक्यपुरी में ताज होटेल के पास पहुंच कर नारेबाजी करने
लगे। युवकों के बैनरों पर लिखा था, 'तिब्बत से बाहर हो चीन, भारत से बाहर हो चीन, तिब्बत
आजाद होगा।' चीन के प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान तिब्बत समर्थकों के विरोध प्रदर्शनों
की आशंका के मद्देनज़र देहली के चार मेट्रो स्टेशन, सोमवार सुबह, दो घण्टों तक बन्द रखे
गए थे। इस बीच, चीनी प्रधान मंत्री तथा भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के बीच
वीज़ा, कैलाश मानसरोवर, जल संसाधन एवं व्यापार सहित आठ मुद्दों पर समझौते हुए। गुमनामी
की शर्त पर एक कूटनैतिक सूत्र ने ऊकान्यूज़.कॉम को बताया कि लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल
कंट्रोल (एलएसी) पर पैदा हुई तनावपूर्ण स्थिति पर भी बातचीत हुई।