नये साधनों से ईश्वरीय कृपाओं को लोगों तक पहुँचायें
वाटिकन सिटी, शनिवार 18 मई, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने 17 मई शुक्रवार
को पोन्तिफिकल मिशन सोसायटीस (पीएमएस) के 120 देशों के राष्ट्रीय निदेशकों से मुलाक़ात
की और कहा कि वे नये उपाय खोजें ताकि प्रत्येक व्यक्ति के दिल तक ईश्वरीय कृपा पहुँच
सके।
विदित हो कि पोन्तिफिकल मिशन सोसायटीस के अन्तर्गत जो चार संस्थायें मुख्य
रूप से कार्यरत हैं वे हैं प्रोपागेशन ऑफ़ फेथ, प्रेरित संत पीटर, होली चाइल्डहुड और
मिशनरी यूनियन। इसे सभी संस्थायें सुसमाचार प्रचार के लिये बनी परमधर्मपीठीय संस्थान
के तहत कार्य करते हैं। इनका मुख्य कार्य है सार्वभौमिक मिशनरी उत्साह को बढ़ावा देना,
प्रार्थना और बलिदान को बढ़ावा देना ताकि कलीसिया के मिशन विश्व के कोने-कोने तक पहुँच
सके।
मालूम हो मिशनरी कार्यों से जुड़े राष्ट्रीय निदेशक अपनी वार्षिक सभा का
के लिये रोम में एकत्र हुए हैं। संत पापा ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि सुसमाचार
प्रचार का कार्य आनन्द से पूर्ण पर चुनौतिपूर्ण भी है। इसलिये मिशनरियों को चाहिये कि
वे पूर्ण समर्पण के साथ अपने देशों ककी स्थानीय कलीसिया के साथ कार्य करें ताकि कलीसिया
का मिशन पूर्ण हो।
संत पापा ने उन्हें कहा कि वे दुःखी सुसमाचार प्रचार न बनें
पर उत्साहपूर्वक येसु के आनन्द के प्रचारक बनें।
संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें
प्रोत्साहन देते हुए कहा कि वे माता मरिया की मध्यस्थता से प्रार्थना करें जो सुसमाचार
प्रचार की सितारा है।
संत पापा फ्राँसिस ने संत पापा पौल षष्टम् की बातों को
दुहराते हुए कहा कि पूरी दुनिया जो कुछ व्यथा और आशा के साथ येसु को खोज रही है ऐसे
लोगों से सुसमाचार का संदेश न सुने जो हतोत्साहित, चिन्तित और अधैर्यवान हैं पर ऐसे लोगों
से सुनें जिन्होंने खुद येसु मसीह के आनन्द को प्राप्त किया है। ऐसे लोगों से जो अपने
जीवन को खतरे में डाल कर सुसमाचार के प्रचार में लगे हुए हैं।