मुंबई, वृहस्पतिवार, 16 मई 2013(उकान): संत पापा फ्राँसिस ने 15 मई बुधवार को मुंबई के
महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वाल्ड ग्रेसियस की मदद हेतु दो नये धर्माध्यक्षों की नियुक्ति
की। उका समाचार के अनुसार, फादर सावियो दोमेनिक फार्नंडेस एवं फादर जॉन रोड्रेग्स
को मुंबई महाधर्मप्रांत के लिए सहायक धर्माध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
विदित
हो कि भारत में मुंबई एक सघन काथलिक आबादी वाला महाधर्मप्रांत है जिसमें काथलिकों की
संख्या करीब 521,000, पुरोहितों की संख्या 591 एवं स्थायी उपयाजक 10 हैं। सन् 2010 में
कार्डिनल ग्रेसियस कैंसर के शिकार हुए थे तथा उन्हें अनेक शल्यचिकित्सा से होकर गुजरना
पड़ा था। यद्यपि डॉक्टरों का कहना है कि वे कैंसर के प्रभाव के बाहर हैं पर अभी भी काफी
कमजोर हैं।
संत पापा फ्राँसिस ने 13 अप्रैल को परमधर्मपीठीय कार्यालय में अपने
सलाहकार रूप में कार्डिनल ग्रेसियस को भी चुना है। अतः इस कार्यभार के कारण उन्हें कई
बार रोम आना पड़ सकता है जिसके कारण महाधर्मप्रात को संभालने के लिए सहायकों की आवश्यकता
महसूस की गई। ज्ञात हो कि एक महाधर्मप्रांत में तीन सहयोगी धर्माध्यक्ष सेवा दे सकते
हैं किन्तु इस समय मुंबई महाधर्मप्रांत में एक ही सहयोगी धर्माध्यक्ष अंजेलो रुफिनो ग्रेसियस
सेवारत हैँ। नवनियुक्त धर्माध्यक्ष फादर सावियो दोमेनिक फर्नंडेस का जन्म सन् 1954
ई.में मुंबई में तथा पुरोहिताभिषेक सन् 1989 ई. में हुआ। पुरोहिताभिषेक के बाद लगातार
उन्होंने कई प्रेरितिक, न्यायिक एवं प्रशासनिक कार्यों में अपना योगदान दिया। सन् 2010
से वे मुंबई महाधर्मप्रांत के प्रतिधर्माध्यक्ष हैं। संत पापा ने उन्हें कोजिला के नामधारी
धर्माध्यक्ष भी नियुक्त किया है।
दूसरे नवनियुक्त धर्माध्यक्ष रोड्रिग्स का जन्म
सन् 1967 ई. में मुंबई में तथा पुरोहिताभिषेक सन् 1998 ई. में हुआ। पुरोहिताभिषेक के
उपरांत वे विभिन्न पल्लियों और शिक्षण संस्थानों में अपनी सेवाएँ देते रहे थे। वे इस
समय मुंबई के गोरेगाँव स्थित संत पियुस दसवें गुरूकुल में अध्यक्ष हैं। उन्हें ड्येल्टो
के नामधारी धर्माध्यक्ष भी नियुक्त किया है।