2013-05-16 14:39:00

प्रत्येक ख्रीस्तीय को चाहिये संत पौल का प्रेरितिक जोश


वाटिकन सिटी, वृहस्पतिवार 16 मई, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि सुसमाचार प्रचार के लिये प्रेरित संत पौल के समान प्रेरितिक उत्साह की ज़रूरत है।

उन्होंने कहा संत पौल समझौता करने वाले व्यक्ति नहीं थे। प्रेरितिक उत्साह के स्रोत है प्रभु येसु मसीह हैं और यह तब प्राप्त होता है जब हम येसु को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं।

संत पापा फ्राँसिस ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन स्थित ‘कासा सांता मार्ता’ में आयोजित दैनिक यूखरिस्तीय बलिदान में उपस्थित लोगों को प्रवचन दिये।

संत पापा ने कहा कि संत पौल में प्रेरितिक उत्साह था क्योंकि उन्होंने येसु को अपने जीवन में पहचाना था उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाक़ात की थी। उनका ज्ञान बौद्धिक ज्ञान मात्र नहीं था। बौद्धिक और वैज्ञानिक ज्ञान हमें येसु को जानने में मदद देते हैं पर महत्वपूर्ण है ह्रदय का ज्ञान और येसु से व्यक्तिगत साक्षात्कार ।

उन्होंने कहा कि कलीसिया को प्रेरितिक जोश की ज़रूरत है ताकि हम आग बढ़ सकें और येसु की घोषणा कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रेरितिक उत्साह एक तरह की उत्तेजना है जिसे में ‘आध्यात्मिक पागलपन’ या ‘उत्तेजना’ कह सकते हैं जिसे आध्यात्मिक प्रेम के माहौल में समझा जा सकता है।

उन्होंने प्रार्थना की कि पवित्र आत्मा ख्रीस्तीयों को प्रेरितिक उत्साह से भर दे ताकि न केवल मिशनरी सुसमाचार का प्रचार करें पर प्रत्येक ख्रीस्तीय येसु की घोषणा करे।

विदित हो 16 मई प्रातः कासा सांता मार्ता में वाटिकन कर्मचारियों के लिये संत पापा फ्राँसिस की अध्यक्षता में सम्पन्न मिस्सा बलिदान में न्याय और शांति के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल तुर्कसन और धर्माध्यक्ष मारियो तोसो ने सहअनुष्ठाता रूप में भाग लिया।











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