2013-05-11 12:09:21

वाटिकन सिटीः ज़वाला, ऊपेगी, प्रिमाल्दी एवं उनके साथियों की सन्त घोषणा रविवार को


वाटिकन सिटी, 11 मई सन् 2013 (सेदोक): रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में, रविवार 12 मई को, सन्त पापा फ्राँसिस मेक्सिको की धर्मबहन मरिया ग्वादालूपे गारसिया ज़वाला, कोलोम्बिया की लाओरा मोन्तोया इ ऊपेगी तथा इटली के अन्तोनियो प्रिमाल्दी एवं उनके साथियों को सन्त घोषित कर वेदी का सम्मान प्रदान करेंगे।
मारिया ग्वाडालूप गार्सिया ज़वाला का जन्म 27 अप्रैल, सन् 1878 ई. को मेक्सिको में हुआ था तथा 24 जून सन् 1963 ई. को उनका निधन हो गया था। धर्मबहन गार्सिया ज़वाला "सन्त मरिया मार्ग्रेट आलाकॉक की दासियाँ" नामक धर्मसंघ की संस्थापिका थी। सन् 2004 में, सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने धर्मबहन ज़वाला की मध्यस्थता से सम्पन्न पहले चमत्कार को अनुमोदन देकर उन्हें धन्य घोषित किया था।
रविवार 12 मई को ही, सन्त पापा फ्राँसिस, कोलोम्बिया की धर्मबहन लाओरा मोन्तोया इ ऊपेगी को भी सन्त घोषित करेंगे। सिएना की सन्त कैथरीन की लाओरा का जन्म कोलोम्बिया के जैरिको नगर में 26 मई, सन् 1874 ई. को हुआ था तथा 21 अक्टूबर, सन् 1949 ई. को उनका निधन हो गया था। धर्मबहन लाओरा ने सन् 1914 ई. में "निष्कंलक माँ को समर्पित मिशनरी धर्मबहनों के धर्मसंघ" तथा "सिएना की सन्त कैथरीन को समर्पित धर्मसंघ" की स्थापना की थी। अमरीका की जनजातियों के अधिकारों की रक्षा हेतु धर्मबहन लाओरा सम्पूर्ण दक्षिणी अमरीका में विख्यात हो गई थी। सन् 2004 में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने उनकी मध्यस्थता से सम्पन्न प्रथम चमत्कार को अनुमोदन देकर उन्हें धन्य घोषित किया था।
मेक्सिको एवं कोलोम्बिया की इन दो धर्मबहनों के साथ साथ, रविवार, 12 मई को, सन्त पापा फ्राँसिस इटली के अन्तोनियो प्रिमाल्दो तथा उनके साथी शहीदों को भी सन्त घोषित कर वेदी का सम्मान प्रदान करेंगे। 15 वीं शताब्दी में, ऑटोमन सेना के आक्रमण के दौरान, इस्लाम धर्म स्वीकार न करने के लिये, 14 अगस्त सन् 1480 ई. को, इटली के ओत्रान्तो नगर में अन्तोनियो प्रिमाल्दो तथा उनके साथ नगर के 800 नागरिकों का वध कर दिया गया था। सन् 1771 ई. में इन शहीदों को धन्य घोषित किया गया था।








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