ढाका, बांग्लादेश, शनिवार 11मई, 2013 (कैथन्यूज, बीबीसी) बांग्लादेश के ढाका के महिला
राणा प्लाजा बिल्डिंग के मलबे से 17 दिनों के बाद रेशमा को बचा लिया गया है। बीबीसी
के अनुसार कुदरत का करिश्मा या फिर रेशमा के जीवट का कमाल कहें कि 17 दिन बाद जब बांग्लादेश
आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल मुअज्जम जब बेसमेंट के मलबे में पहुँचे तो वहाँ रेशमा नाम
की महिला सलामत मिली।
गौरतलब है कि 24 अप्रैल को यह बिल्डिंग मलबे में बदल गई
थी। तब से यहां 1050 लाशें निकाली जा चुकी हैं।
सेना के जवानों के अनुसार जब शुक्रवाद
अपराह्न करीब तीन बजकर 15 मिनट पर वे ध्वस्त इमारत का मलबा साफ़ कर रहे थे तब उन्होंने
किसी महिला की आवाज़ सुनी जो मदद के लिये आवाज़ लगा रही थी।
बचाव दल ने करीब
40 मिनटों की मेहनत के बाद रेशमा को बचा लिया। रेशमा ने बतलाया कि उसने 15 दिनों तक सूखा
फल गया और अंतिम दो दिन सिर्फ़ पानी पीया। उसे बचने की कोई उम्मीद नहीं थी पर वह मदद
के लिये गुहार करती रही।
रेशमा को सुरक्षित निकाल लेने के बाद उसे कोमबाइन्ड
मिलिटरी अस्पताल में भर्ती कराया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी रेशमा से मुलाक़ात
की और उसका हालचाल पूछा।
मालूम हो कि आठ मंजिला इस इमारत में ज्यादातर गारमेंट
फैक्ट्रियां थीं, जहां कई इंटरनैशनल ब्रैंड के कपड़े तैयार होते थे। अब किसी का नामोनिशान
यहां नहीं बचा है। इन फैक्ट्रियों में ज्यादातर महिलाएं काम करती थीं। रोज की तरह शुक्रवार
को भी यहां मलबा हटाने का काम जारी था, उसी दौरान यह चमत्कार हुआ।