सानतियागोः नये सम्प्रेषण माध्यमों द्वारा सुसमाचार प्रचार करने का प्रोत्साहन
सानतियागोः शुक्रवार, 12 अप्रैल 2013 (सीएनए): सामाजिक सम्प्रेषण संबंधी परमधर्मपीठीय
समीति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष क्लाओदियो मरिया चेल्ली ने काथलिक विश्वासियों को नये
सम्प्रेषण माध्यमों द्वारा सुसमाचार प्रचार करने का प्रोत्साहन दिया। सानतियागो
में ‘कलीसिया में सम्प्रेषण माध्यम’ विषय पर द्वितीय अन्तराष्ट्रीय सेमिनार के दौरान,
महाधर्माध्यक्ष चेल्ली ने सम्प्रेषण माध्यम के आँकड़े प्रस्तुत कर विभिन्न पीढ़ियों में
इसके विकास तथा युवा पीढ़ी पर इसके सर्वधिक प्रभाव को बताया। "सम्प्रेषण माध्यम एवं
द्वितीय वाटिकन महासभा: क्या 50 वर्षों पहले हुई महासभा अभी भी सामयिक हो सकती है?" विषय
पर अपने संबोधन में कहा कि विगत संत पापाओं के काल में नये सम्प्रेषण तकनीकी की चुनौतियों
पर प्रकाशमान किया है। उन्होंने अपने विचार की पुष्टि करते हुए कहा "नये सम्प्रेषण
माध्यम कलीसियाई प्रेरिताई के अभिन्न अंग हैं। हाल के संत पापा हमें यह समझने का विवेक
प्रदान करते हैं कि कलीसिया में संप्रेषण माध्यम का मिशन मनुष्य के सत्य की प्रस्तावना
है।" महाधर्माध्यक्ष महोदय ने यह स्मरण दिलाया कि सुसमाचार प्रचार में नये संप्रेषण
माध्यम के प्रयोग को धन्य जॉन पौल द्वितीय ने अपने परम धर्मपीठीय काल में बहुत अधिक प्रोत्साहित
किया था विशेषकर, अपने प्रेरितिक पत्र "रापिड डेवलॉपमेंट" के माध्यम से। ससम्मान
सेवा निवृत्त संत पापा बेनेडिक्ट 16वें ने इस बात पर बल दिया है कि सुसमाचार प्रचार हेतु
यथार्थ ख्रीस्तीय साक्ष्य की आवश्यकता है। महाधर्माध्यक्ष महोदय ने वक्तव्य के अन्त
में कहा "हम सुसमाचार घोषणा की कल्पना नहीं कर सकते हैं यदि नये सामाजिक संचार माध्यम
ईश्वर पर यथार्थ वैयक्तिक विश्वास के साक्ष्य से रहित हो।