महाधर्माध्यक्ष टूटू को प्रतिष्ठित टेम्पलटन पुरस्कार
फिलाडेल्फिया, पा, शनिवार 6 अप्रैल, 2013(सीएनए) रंगविभेद के विरुद्ध लगातार आवाज़ बुलन्द
करने वाले दक्षिण अफ्रीका के अंगलिकन महाधर्माध्यक्ष देसमोन्ड टूटू को विश्व शांति के
लिये उनके अनवरत प्रयासों के लिये प्रतिष्ठित टेम्पलटन पुरस्कार से सममानित किया गया।
महाधर्माध्यक्ष टूटू को सम्मान देते हुए पेनसिल्वानिया में अवस्थित फाऊँडेशन के अध्यक्ष
डॉ. जोन एम. टेम्पलटन जूनियन ने कहा, "डेसमंड टूटू हमें इस बात के लिये आमंत्रित करते
हैं कि हम प्रत्येक व्यक्ति के गुणों को पहचाने और ऐसा करते हुए खुद का आलिंगन करें और
इस बात को पहचानें कि हममें आध्यात्मिक प्रगति और सकारात्मक परिवर्तन बनने की क्षमता
है।" उन्होंने कहा, "महाधर्माध्यक्ष टूटू न केवल विचारक हैं बल्कि वे उनके अनुसार
जीवन भी जीते हैं।" मालूम हो कि टेम्पलटन पुरस्कार की स्थापना सन् 1972 ईस्वी मेंसर
स्वर्गीय जोन टेम्पलटन के नाम पर किया गया था। यह सम्मानित पुरस्कार उन लोगों को दिया
जाता है जो जीवन के आध्यात्मिक क्षेत्र की प्रगति के लिये विशिष्ट योगदान देते हैं। टेम्पलटन
पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र एक अलावा 1.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर दिया जाता है। महाधर्माध्यक्ष
टूटू ने कहा कि टेम्पलटन सम्मान को उन्होंने उन लोगों के नाम कर दिया जिन्होंने उनके
नेतृत्व को स्वीकार किया है। मालूम हो महाधर्माध्यक्ष टूटू का जन्म दक्षिण अमेरिका
के अंगलिकन महाधर्मप्रांत केपटाऊन में हुआ था उनका पुरोहिताभिषेक सन् 1961 ईस्वी में
हुए सन् 1975 ईस्वी में उन्हें धर्माध्यक्ष बनाया गया। महाधर्माध्यक्ष टूटू को सन्
1984 ईस्वी में नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। सन् 2007 ईस्वी से
महाधर्माध्यक्ष टूटू ने विश्व शांति के लिये बनाये गये एक अमेरिकी दल के साथ कार्य करना
आरंभ कर दिया है जो बुजूर्गों का एक ऐसा समूह है जो मानवाधिकार और शांति के लिये कार्य
करता है। पूर्व टेम्पलटन विजेताओं में धन्य मदर तेरेसा अमेरिकी प्रोटेस्टंट मंत्री
मान्यवर बिली ग्राहम, रूसी लेखक और राजनीतिक कैदी अलेक्सान्दर सोलजेनित्सी तथा धन्य जोन
पौल द्वितीय शामिल हैं।