गुन्तुरः भारत में सेवा करनेवाली ऑस्ट्रेलिया की धर्मबहन सन्तता के पथ पर
गुन्तुर, 26 मार्च सन् 2013 (ऊका समाचार): भारत में सेवा करनेवाली ऑस्ट्रेलिया की धर्मबहन
सि. मेरी ग्लोरी को इस सप्ताह प्रभु सेविका घोषित किया जायेगा। ऑस्ट्रेलियाई काथलिक
धर्मबहन सि. मेरी ग्लोरी, 33 वर्ष की आयु में, सन् 1920 ई. में, आन्द्रप्रदेश के गुन्तुर
ज़िले में सेवा हेतु गई थीं। ऊका समाचर के अनुसार, इस सप्ताह, बुधवार 27 मार्च को
गुन्तुर के काथलिक धर्माध्यक्ष गैल बाली येसु, मरिया एवं योसफ धर्मसंघ की सि. मेरी ग्लोरी
को प्रभु सेविका घोषित करेंगे। काथलिक कलीसिया में सन्त का सम्मान प्राप्त करने के
लिये प्रभु सेवक घोषित किया जाना पहला चरण है। सि. मेरी लोरी ने गुन्तुर में सबसे
पहले काथलिक स्वास्थ्य संगठन की आधार शिला रखी थी। सन् 1887 ई. में सि. मेरी ग्लोरी
का जन्म ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में हुआ था। चिकित्सा शास्त्र में स्नातक की डिगरी
हासिल करने के उपरान्त उन्होंने कुछ वर्षों मेलबर्न में रॉयल विक्टोरियन अस्पताल तथा
सेन्ट विन्सेन्ट अस्पताल में चिकित्सक की हैसियत से सेवाएं अर्पित की थी। तदोपरान्त सन्
1920 में वे भारत आई थीं।