वाटिकन सिटीः विश्व के धार्मिक नेता सन्त पापा फाँसिस के परमाध्यक्षीय काल के उदघाटन
समारोह में उपस्थित
वाटिकन सिटी, 19 मार्च सन् 2013 (सेदोक): तुर्की के इस्तामबुल स्थित कुस्तुनतुनिया के
ऑरथोडोक्स प्राधिधर्माध्यक्ष सहित 14 पूर्वी रीति की कलीसियाओं, 10 पश्चिमी कलीसियाओं
तथा तीन अन्तरराष्ट्रीय कलीसियाओं के प्रतिनिधिमण्डल और साथ ही हिन्दु, इस्लाम, यहूदी,
जैन एवं सिक्ख धर्मों के नेता, मंगलवार 19 मार्च को, सन्त पापा फ्राँसिस के परमाध्यक्षीय
काल के उदघाटन समारोह के लिये वाटिकन में उपस्थित हुए। रोमी काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष
के ख्रीस्तयाग में कुस्तुनतुनिया के प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोमियो प्रथम की उपस्थिति
को ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक प्रयासों के लिये अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है इसलिये
कि लगभग 1000 वर्षों पूर्व काथलिक कलीसिया से अलग हो जाने के बाद पहली बार कुस्तुनतुनिया
के ऑरथोडोक्स धर्माधिपति रोम की पवित्रपीठ पधारे हैं। रोम स्थित ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक
केन्द्र के निदेशक फ्राँसिसी धर्मसमाज के फादर जेम्स पुलियेसी ने वाटिकन रेडियो से बातचीत
में कहा कि यह रोम की कलीसिया तथा कुस्तुनतुनिया की कलीसिया के बीच सम्बन्धों के सुधार
का प्रतीक है। उन्होंने कहा, प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोमियो प्रथम की उपस्थिति ऑरथोडोक्स
कलीसिया की ओर से वार्ताओं को जारी रखने का स्पष्ट संकेत है। सन् 1054 ई. में कुस्तुनतुनिया
की कलीसिया रोम की माता कलीसिया से अलग हो गई थी। प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोमियो
प्रथम के अतिरिक्त अनेक पूर्वी रीति के कलीसियाओं के प्रतिनिधि धर्माधिकारी तथा पश्चिमी
कलीसियाओं से लूथरन, मैथोडिस्ट तथा एंगलिकन ख्रीस्तीय कलीसियाओं के अध्यक्ष भी उदघाटन
समारोह में उपस्थित हुए। मंगलवार को वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने
बताया था कि उदघाटन समारोह में उपस्थित विभिन्न धर्मों के नेता, बुधवार 20 मार्च को सन्त
पापा फ्राँसिस के प्रथम साप्ताहिक आम दर्शन समारोह में उपस्थित होकर बाद में वैयक्तिक
रूप से सन्त पापा का साक्षात्कार करेंगे।