वाटिकन सिटीः सन्त पापा के विरुद्ध आरोप निराधार, वाटिकन प्रवक्ता
वाटिकन सिटी, 16 मार्च सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने
शुक्रवार को पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नवनियुक्त सन्त पापा फ्राँसिस पर
लगाये आरोप निराधार हैं जिनका दृढ़तापूर्वक खण्डन किया जाना चाहिये। इस सप्ताह काथलिक
कलीसिया के परमाध्यक्ष पद पर नियुक्त किये गये सन्त पापा फ्राँसिस के विषय में आर्जेनटीना
तथा उसके परे समाचार पत्रों में इन दिनों आरोप लगाया गया था कि आर्जेनटीना में सत्तर
के दशक की तानाशाही के समय पूर्व जॉर्ज मारियो बेरगोलियो उन दलों का सामना करने में विफल
रहे थे जिन्होंने लोगों का अपहरण एवं हत्याएँ की थी। ग़ौरतलब है कि आर्जेनटीना के कथित
"डर्टी वॉर" के दौरान वामपंथी विपक्षियों का सफाया कर दिया गया था। वाटिकन के प्रवक्ता
फादर लोमबारदी ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि आर्जेनटीना की अदालतों ने बेरगोलियो
पर कभी भी किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि बेरगोलियो
ने स्वतः पर लगाये सभी आरोपों से इनकार किया है और साथ ही ऐसी अनेक घोषणाएं हैं जो इस
बात का प्रमाण हैं कि सत्तर के तानाशाही युग में बेरगोलियो ने कई लोगों की सुरक्षा का
प्रयास किया था। फादर लोमबारदी ने कहा नये सन्त पापा के विरुद्ध जिन आरोपों की बात
की जा रही है वे बहुत पहले, कलीसिया पर आक्रमण हेतु, वामपंथी तत्वों द्वारा लगाये गये
थे। उन्होंने कहा कि इन आरोपों का दृढ़तापूर्वक खण्डन किया जाना चाहिये। इस बीच,
आर्जेन्टीना में तानाशाही के दौरान मानवाधिकारों के अतिक्रमण पर प्रलेखन तैयार करने के
लिये सन् 1980 में नोबेल शांति पुरस्कार पानेवाले आर्जेनटीना के अडोल्फ पेरेज़ एस्क्वीवेल
ने भी नवनियुक्त सन्त पापा फ्राँसिस के विरुद्ध इन दिनों प्रकाशित आरोपों का खण्डन किया
है। बोएनुस आयरस के रेडियो से बातचीत में एस्क्वीवेल ने कहा, "बेरगोलियो की तानाशाही
के साथ कोई साठ गाँठ नहीं थी।" उन्होंने कहा, "हो सकता है कि कुछेक अन्य पुरोहितों
की तरह उन्होंने ऊँची आवाज़ न उठाई हो किन्तु यह कहना कि तानाशाही के प्रति उनकी सहानुभूति
थी, सरारर ग़लत है।"