वाटिकन सिटीः समारोही शपथ एवं प्रार्थना के बीच कलीसियाई इतिहास की 75 वीं कॉनक्लेव शुरु
वाटिकन सिटी, 13 मार्च सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन के सिस्टीन प्रार्थनालय में, "एक्सट्रा
ओमनेस" शब्दों के उच्चार के साथ, मंगलवार को, रोम समयानुयार सन्ध्या साढ़े पाँच बजे,
सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के भावी सन्त पापा के चुनाव हेतु कॉनक्लेव यानि कार्डिनल मण्डल
की सभा का शुभारम्भ हुआ। काथलिक कलीसिया के इतिहास में यह 75 वीं कॉनक्लेव है जो
सन्त पेत्रुस के 265 वें उत्तराधिकारी तथा काथलिक कलीसिया के 266 वें परमाध्यक्ष की नियुक्ति
से सम्पन्न होगी। वर्तमान कॉनक्लेव में 115 कार्डिनल भाग ले रहे हैं। पहले मतदान
से पूर्व, इन सभी कार्डिनलों ने मंगलवार सन्ध्या एक एक कर विधिवत् गोपनीयता की शपथ ग्रहण
की। अपना दाहिना हाथ सुसमाचार के ग्रन्थ पर रखकर इसके तहत उन्होंने सन् 1996 में सन्त
पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा जारी "यूनीवेरसी दोमेनीजी ग्रेजिस" प्रेरितिक संविधान में
निहित निमयों के पालन का प्रण किया। साथ ही नवनियुक्त सन्त पापा के प्रति सत्यनिष्ठा
एवं परमधर्मपीठ के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति समर्पण की भी प्रतिज्ञा की। इसके अतिरिक्त
उन्होंने गोपनीयता की शपथ ली कि भावी सन्त पापा के चुनाव से सम्बन्धित हर बात को, वर्तमान
एवं भविष्य में भी वे गुप्त ही रखेंगे। इस प्रकार मंगलवार सन्ध्या काथलिक कलीसिया
के इतिहास की 75 वीं कॉनक्लेव यानि कलीसियाई परमाध्यक्ष के चुनाव हेतु कार्डिनलमण्डल
की सभा आरम्भ हुई। वर्तमान कार्डिनलमण्डलीय सभा में 115 मतदाता कार्डिनल हैं जिनके द्वारा
विश्व के प्रत्येक महाद्वीप को प्रतिनिधित्व मिला है। 60 कार्डिनल यूरोप के, 33 अमरीका
के, 11 अफ्रीका के, 10 एशिया के तथा एक ओसियाना के हैं। इटली के कार्डिनलों की संख्या
28 है, उत्तरी अमरीका के 11, जर्मनी के छः तथा ब्राज़ील, भारत तथा स्पेन के कार्डिनलों
की संख्या पाँच पाँच है। भारत से मुम्बई के कार्डिनल ऑसवल्ड ग्रेशियस, वाटिकन में
कार्यरत कार्डिनल आयवन डायस, केरल के कार्डिनल जॉर्ज आलेनचेरी तथा केरल के ही कार्डिनल
बेज़ीलियोस मार क्लेमिस तथा राँची के कार्डिनल टेलेस्फोर टोप्पो कॉनक्लेव में हिस्सा
ले रहे हैं।