2013-02-23 14:51:11

बुधवार 9 जनवरी 2013


Letter- मोहम्मद तस्लीमुद्दीन, नुआगाँव पतालिर मोड़ नुआगाँव बांग्लादेश।
मैं आपके न्यूज बुलेटिन, सामयिक चर्चा, संस्कृति और इतिहास संबंधी मुद्दों को बहुत पसंद करता हूँ। आप बहुत सुंदर और मधुर संगीत प्रसारित करते हैं। इन कार्यक्रमों के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ। मैं अपने सीमित समय को बहुत ही सार्थक और मनोरंजक रूप से व्यतीत कर पाता हूँ। रेडियो हमारा जीवन है। नये साल 2013 के आरम्भ में मैं आपको सफल शुरुआत की शुभकामना देता हूँ। यह आपके लिए खुशी, शांति से भरा जीवन लाये। आपके सहयोग और दोस्ती के लिए धन्यवाद। मैं आपको दिसम्बर के ठंढे मौसम में जयंती काल की मंगलकामनाएँ भेज रहा हूँ। कृपया नये साल 2013 का कैलेंडर भेज दें।

Letter- आनन्द मोहन बैन, सुपेला भिलाई दुर्ग छत्तीसगढ़ से शांतिनगर, भिलाई।
नमस्ते, मैं आपकी हिन्दी और अंग्रेजी सेवा का नियमित श्रोता हूँ। आज मुझे आपके द्वारा भेजी गयी पत्रिका मिली। धन्यवाद। कृपया पत्राचार करने के लिए मेरे नये पते पर ध्यान दीजिएगा।
Letter- डॉ. हेमंत कुमार, गोराडीह भागलपुर बिहार।
14 दिसम्बर के ई मेल में वोईस ओफ हार्ट शीर्षक के तहत अपने विचार व्यक्त करते हुए वे लिखते हैं- दूसरों के दर्द को महसूस करें। उनके संघर्ष, निराशा, कठिनाईयों और अपूर्णताओं को समझें। अपने दिल को उनके लिए खोलें। महसूस करें कि प्रत्येक व्यक्ति अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रहा है। सम्पूर्ण मानवजाति को अपने दिल रूपी पालने में धारण करें। डा हेमंत जी, 20 दिसम्बर के ई मेल में लिखते है- सारा जहाँ है उसका जो मुस्कुराना सीख ले। रोशनी है उसकी जो शमां जलाना सीख ले। हर गली में मंदिर है हर राह में मस्जिद है पर ईश्वर है उसका जो सिर झुकाना सीख ले। ईश्वर आपको आशीष दें।

Letter- कृपाराम कागा, बीजराड चौहटन बाड़मेर, राजस्थान। मैं वेटिकन रेडियो प्रसारण निरंतर सुनता हूँ। वाटिकन रेडियो से प्रसारित देश विदेश के समाचार मुझे इंटरनेट पर मिलते हैं। मेरे विचार से मनुष्य को सच्चाई के रास्ते पर चलना चाहिए क्योंकि सत्य धर्म है। मेरा अनुरोध है कि आप श्रोताओं के पत्र कार्यक्रम में मेरा पत्र शामिल नही करते क्या कारण है।









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