संत पापा बेनेदिक्त के मानवसंबंधी विषयों का प्रकाशन अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘कोम्युनियो’
में
रोम, 22 फरवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त के मानवविज्ञान संबंधी विभिन्न
विषयवस्तुओं पर लिखे लेखों को शीघ्र ही प्रकाशित किया जायेगा। संत पापा के लेखों का
संकलन और सम्पादन डेविड शिन्डलर और निकोलस जे. हीली ने किया है।
अमेरिका के मिचिगन
कैम्ब्रिज की बी. एर्डमन्स कम्पनी द्वारा प्रकाशित इस किताब का नाम है ‘कोम्युनियो’
में जोसेफ रत्सिंगर:मानवशास्त्र और संस्कृति ("जोसेफ रत्सिंगर इन कोम्युनियो: अंथ्रोपोलॉजी
एंड क्लचर"।)
समाचार में बतलाया गया है कि संत पापा ने मानवविज्ञान संबंधी लेखों
को पोप बनने के पूर्व सन् 1972 से 2005 के बीच लिखा था और इसका प्रकाशन ईशशास्त्र और
संस्कृति की अन्तरराष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका ‘कोम्युनियो’ किया गया था।
वाटिकन
समाचारपत्र ‘लोसेर्भातोरे रोमानो’ के अनुसार इन लेखों की विषयवस्तु है - मानवता, जनन,
सृष्टि, येसु मसीह आज, रविवार का अर्थ, आशा, सामाजिक नीति में तकनीकि सुरक्षा एक समस्या
और जोन पौल द्वितीय के ‘क्रोसिंग द थ्रेसहोल्ड ऑफ होप’ में ईश्वर।
मालूम हो कि
इसके पूर्व भी संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के लेखों को सन् 2010 में अन्तरराष्ट्रीय पत्रिका
‘कोम्युनियो’ में प्रकाशित किया था जिसकी विषयवस्तु थी ‘द यूनिटी इन द चर्च’ अर्थात्
‘कलीसिया में एकता’। इसके सम्पादन भी डेविड एल. शिन्डलर ने किया ता
विदित
हो ‘कोम्युनियो’ अन्तरराष्ट्रीय पत्रिका का प्रकाशन सन् 1974 में शुरू हुआ था। इसकी स्थापना
में विश्व के ईशशास्त्रियों जैसे हैन्स, ऊर्स वोन बाल्थाज़ार, हेनरी दे लुबाक, जान लुक
मरियोन और स्वयं कार्डिनल जोसेफ रत्सिंगर ने अपना योगदान दिया था।