मॉल्टा के सम्प्रभु सैन्य संगठन को संत पापा का संबोधन
वाटिकन सिटी, 9 फरवरी, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 9 फरवरी, शनिवार
को मॉल्टा के सम्प्रभु सैन्य संगठन को संबोधित करते हुए कहा कि उनका संगठन अपनी स्थापना
काल से ही काथलिक कलीसिया और संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के प्रति वफ़ादार रही है तथा
अपनी दृढ़ आध्यात्मिक पहचान और उच्च धार्मिक आदर्शों के लिये जानी जाती है।
आप
अपने पथ पर आगे बढ़ते रहें और दुनिया को बदलने वाले विश्वास की शक्ति का साक्ष्य दें।
संत पापा ने कहा कि विश्वास के कारण ही येसु के शिष्यो ने पूरे उत्साह और साहस
के साथ सुसमाचार को लोगों तक पहुँचाया और क्रूस की शक्ति और पुनरुत्थान की खुशी को दूसरों
को बाँटा।
विश्वास के कारण शहीदों अपने प्राणों का बलिदान किया और अपने सतानेवालों
को क्षमा दी।
विश्वास के कारण आप के संघ ने सदियों से येरूसालेम में बीमारी की
सेवा की और पवित्र नगरी में समस्याओं में फँसे तीर्थयात्रियों का सहायता की। आप अपने
मूल सिद्धांत या प्रेरणा को कदापि न भूलें अर्थात् गरीबों की सेवा।
संत पापा
ने कहा कि कि आप इस बात को सदा ध्यान दें कि आप पूर्ण रूप से नवीकृत होकर कलीसिया के
साथ पूरे तालमेल के साथ कार्य करें। आपकी सेवा से पूरे विश्व को लाभ हो रहा है विशेषकरके
अस्पतालों में आपकी सेवायें उल्लेखनीय है। संत पापा ने कहा कि उनके कार्य मात्र जनहितकारी
नहीं हैं पर यह सुसमचारी प्रेम का स्पष्ट साक्ष्य है।
संत पापा ने कहा कि संघ
के सदस्यों का जीवन येसु की उपस्थिति से पूर्ण हो ताकि आप बीमारों, परित्यक्तों,
बुजूर्गों और विकलांगों की सेवा उचित रीति से कर सकें।
संत पापा ने प्रोत्साहन
देते हुए कहा कि सुसमाचार में वर्णित विश्वास और प्रेम के आधार पर ही आप समाज और पूरे
विश्व की सेवा करें और लोगों में आशा जागृत करें।
संत पापा ने सभा में उपस्थित
संघ के संरक्षक कार्डिनल पौलो सारदी, ग्रैंड मास्टर फ्रा मैथ्यु फेस्टिंग और महाधर्माध्यक्ष
अन्जेलो अचेरबी खो धन्यवाद दिया।