चीन, 7 फरवरी, 2013(एशियान्यूज़) धार्मिक स्वतंत्रता की निगरानी रखने वाली अमेरिका से
संचालित ‘चाईनाएड’ नामक संस्थान ने अपने वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि चीन में धार्मिक
स्वतंत्रता की स्थिति विगत सात सालों से बदतर होती जा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार
पिछले साल की तुलना में धर्म के कारण जिन लोगों पर व्यक्तिगत रूप से मुकदमें दायर किये
गये उनकी संख्या में 41 लोगों की वृद्धि हुई जो 2011 की तुलना में 9 प्रतिशत की वृद्धि
है। बताया गया कि वर्ष 2011 में 132 मुकदमे किये गये जिसमें 4,919 लोग शामिल थे।
बताया
गया है कि वर्ष 2012 में चीन की साम्यवादी सरकार द्वारा ‘हाउस गिरजाघरों’ को निशाना बनाया
गया है।
सर्वेक्षण में ‘चाईनाएइड’ ने जिन बातों का मूल्यांकन किया उनमें मुख्यतः
धार्मिक उत्पीड़न की संख्या, गिरफ़्तार लोगों की संख्या, सजा प्राप्त लोगों की संख्या,
मानवाधिकार का उल्लंघन और धार्मिक उत्पीड़न के शिकार लोगों की संख्या प्रमुख थे। पिछले
वर्ष की तुलना में धार्मिक उत्पीड़न 5 प्रतिशत बढ़ा है।
विदित हो कि सन् 2008-9
से चीन में ख्रीस्तीय नेताओं और गिरजाघरों पर आक्रमण हुए, ख्रीस्तीय मानवाधिकार कार्यकर्ताओं
और वकीलों पर आक्रमण किये गये और उन्हें सताया गया।
‘चाइनाएइड’ रिपोर्ट में कहा
गया है कि चीनी सरकार की धार्मिक मामलों के लिये कार्यरत विभाग ने निर्देश दे रखे थे
कि ‘हाउस गिरजाघरों’ की बारीकी से छानबीन हो और इसे हटाकर उसे लेखागार में तब्दील कर
दी जाये। इस निर्देश के तहत कई गिरजाघरों को बन्द कर दिया गया और इसके कार्यकर्ताओं को
‘लेबर कैम्प’ भेज दिया गया।
सांत्वना की बात है कि चर्च के लोगों को सताने के
विभिन्न हथकंडे अपने के बावजूद चाईनाएइड ने इस बात की जानकारी दी है कि चीन की कलीसिया
मजबूत, स्थिर और फलदायी है।