इस्लामाबादः इस्लाम धर्म स्वीकार न करने के लिये बलूचिस्तान में एक ख्रीस्तीय व्यक्ति
की हत्या
इस्लामाबाद, 05 फरवरी सन् 2013 (एशियान्यूज़): बलूचिस्तान में सोमवार को 55 वर्षीय ख्रीस्तीय
धर्मानुयायी यूनस मसीह की मृत्यु हो गई। विगत गुरुवार को यूनस को इसलिये गोली मार दी
गई थी कि उन्होंने ख्रीस्तीय धर्म के परित्याग एवं इस्लाम के आलिंगन से इनकार कर दिया
था। स्थानीय सूत्रों के अनुसार यूनस मसीह बलूचिस्तान के चमन नगर की एक कम्पनी में
काम करते थे। उनके मुसलमान साथी श्रमिकों ने कई बार उनसे इस्लाम धर्म अपनाने का आग्रह
किया था किन्तु यूनस अपने ख्रीस्तीय विश्वास पर अटल रहे थे। गुरुवार को जब वे काम से
वापस लौट रहे थे तब कुछ मुसलमानों ने उनपर हमला कर दिया। उन्हें पाँच गोलियाँ मारी गई
जिससे वे गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। सोमवार को अस्पताल में यूनस की मृत्यु हो गई।
पाकिस्तान के मसीह फाऊन्डेशन तथा लाईफ फॉर ऑल संगठनों ने इस हत्या की कड़ी निन्दा
की है। क्वेट्टा के पल्ली पुरोहित फादर जेम्स चाँद ने एशिया समाचार से बातचीत में
कहा कि धर्म या विश्वास के कारण किसी व्यक्ति की हत्या कर देना हृदयविदारक त्रासदी है।
उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि कई बार यूनस को इस्लाम धर्म अपनाने के लिये धमकियाँ
दी गई थी। फादर जेम्स चाँद ने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता हत्यारों का हौसला बढ़ाती
है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार का आह्वान किया कि वह देश के अल्पसंख्यक ख्रीस्तीय नागरिकों
एवं उनकी सम्पत्ति की सुरक्षा का आश्वासन दे तथा उनके विरुद्ध घृणा एवं हिंसा को समाप्त
करने के लिये कड़े कदम उठाये।