2013-02-04 19:43:44

समर्पित धर्मसमाजी कलीसिया के वरदान


वाटिकन सिटी, 4फरवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेजी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने विश्व 2 फरवरी, शनिवार को समर्पण दिवस के अवसर काथलिकों का आह्वान किया कि वे समर्पित धर्मसमाजी भाई-बहनों के बहुमूल्य योगदान को पहचानें और उनके लिये प्रार्थना करें ताकि वे कलीसिया के लिये वरदान बनें और प्रभावकारी फल लायें।

संत पापा ने संत पेत्रुस महागिरजाघर में धर्मसमाजियों एवं समर्पितों के लिये आयोजित एक विशेष समारोही मिस्सा पूजा अर्पित किया। यूखरिस्तीय बलिदान में दिये अपने प्रवचन में कहा कि येसु के मंदिर में समर्पण का त्योहार हमें समर्पित जीवन की सुन्दरता और इसके महत्व की याद दिलाता है।

उन्होंने कहा कि यह हमें उस महान् घटना की याद दिलाता है जब माता मरिया ने अपनी गोद में दुनिया की ज्योति बालक येसु को समर्पित करने मंदिर पहुँचीं।
येसु शरीरधारी शब्द हैं जिन्होंने मानव रूप धारण किया ताकि वे ईश्वर के प्रेम से दुनियो को प्रकाशित करें।

संत पापा ने कहा कि समर्पित जीवन का सुख हमें तब प्राप्त होता है जब हम येसु के क्रूस में सहभागी होते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से माता मरिया के दुःखित ह्रदय से एक प्रकाश फूट पड़ा उसी प्रकार दुःख, बलिदान और निःस्वार्थ भाव से समर्पित व्यक्ति ईश्वर के प्रेम में अपना जीवन बिताता है और उसी प्रकाश से दूसरों को भी आलोकित करता है।









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