वेलांकिनी तीर्थस्थल की 50 वर्षीय जुबिली में कार्डिनल फिलोनी विशेष संदेशवाहक
वेलांकिनी, चेन्नई, 4 फरवरी, 2013 (वीआर, अंग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें चेन्नई
में अवस्थित सुस्वास्थ्य की माता वेलांकिनी तीर्थस्थल की पचास वर्षीय जुबिली के अवसर
पर भेज अपने संदेश में कहा कि वेलांकिनी की माता मरिया दिव्य गुणों की आदर्श है और भारत
के ख्रीस्तीय उन्हें सुस्वास्थ्य की कुँवारी माता मरिया के रूप में सम्मान देते हैं।
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के पत्र में लिखे उन संदेश को भारत ले जाने का दायितत्व
वाटिकन के विशेष प्रतिनिधि कार्डिनल फेरनान्दो फिलोनी को दिया गया है। संत पापा के
विशेष दूत सुसमाचार प्रचार के लिये बनी समिति के प्रीफेक्ट कार्डिनल फिलोनी ने आशा व्यक्त
की है कि ‘विश्वास वर्ष’ में लोग अपने विश्वास में मजबूत होंगे और उनकी आँखें ईश्वर के
दिव्य कार्यों के दर्शन करेंगे। मालूम हो कि इस वर्ष वेलांकिनी के तीर्थस्थल का पचासवाँ
साल है और लैटिन विधि के भारतीय धर्माध्यक्षीय समिति भी अपनी स्थापना की 25वीं वर्षगाँठ
मना रही है। सीसीबीआई की आम बैठक वेलांकिनी में ही 9 से 11 फरवरी तक सम्पन्न होगी। वेलांकिनी
की स्वर्ण जुबिली समारोह में भाग लेनेवाले प्रतिनिधिमंडल में रोम से कार्डिनल फिलोनी
के अलावा वेलांकिनी तीर्थस्थल के रेक्टर मिखाएल आरोक्यस्वामी, और वेरापोली महाधर्मप्रांत
के विकर जेनरल अलेक्स जोसेफ वदाकुमथला प्रमुख हैं। अपने पत्र में संत पापा ने धर्माध्यक्षों,
पुरोहितों, धर्मसमाजियों और लोकधर्मियों को अपनी शुभकामनायें और अपना प्रेरितिक आशीर्वाद
भी भेजा है।