महाराष्ट्रः ईसाइयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान
महाराष्ट्र, 30 जनवरी सन् 2013 (ऊका समाचार): महाराष्ट्र के काथलिक सेक्यूलर फोरम ने
महाराष्ट्र सरकार से आग्रह किया है कि वह राज्य में और, विशेष रूप से, सिंधुदुर्ग क्षेत्र
में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की सुरक्षा सुनिश्चित्त करे। काथलिक सेक्यूलर फोरम
के अध्यक्ष जोसफ डायस ने कहा "हिंदु कट्टरपंथी क्षेत्र में अति सक्रिय हैं तथा ख्रीस्तीयों
को धमकियाँ देकर प्रार्थना सभाओं में भाग लेने से रोक रहे हैं।" राज्य के मुख्यमंत्री
पृथ्वीराज चव्हाण और गृह मंत्री आर.आर पाटिल को प्रस्तुत एक रिपोर्ट में, डायस ने ख्रीस्तीयों
की सुरक्षा पर गहन चिन्ता व्यक्त की। 11 जनवरी को सावंतवाडी में 600 ख्रीस्तीयों की एक
प्रार्थना सभा पर हिन्दु अतिवादियों के हमले के बाद उन्होंने क्षेत्र का दौरा कर स्थिति
का जायज़ा लिया था। डायस ने कहा कि उक्त प्रार्थना सभा के लिये पुलिस से पूर्व अनुमति
ली गई थी किन्तु इसके बावजूद ख्रीस्तीयों पर हमला किया गया। हिन्दु चरमपंथियों ने प्रार्थना
को भंग किया, तोड़ फोड़ मचाई तथा श्रद्धालुओं को धमकी दी, उनकी पिटाई की तथा तितर बितर
कर दिया। डायस ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सिन्धुदुर्ग क्षेत्र में प्रार्थना
के लिये पुलिस की पूर्व अनुमति लेनी पड़ती है तथा पुलिस सुरक्षा मांगनी पड़ती है जो नागरिकों
के संवैधानिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि हिन्दु कट्टरपंथी तथा
अल्पसंख्यक विरोधी राजनीतिक दल साम्प्रादियक हिंसा फैलाने के लिये ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने
आरोप लगाया कि "हमलों के समय पुलिस मूक दर्शक बन जाती है क्योंकि प्रायः हमलावरों के
साथ उसकी सांठगांठ होती है।"