गुजरातः पुरोहितों ने मुख्यमंत्री पर मतभेद उत्पन्न करने का लगाया आरोप
गुजरात, 29 जनवरी सन् 2013 (ऊका समाचार): गुजरात के कलीसियाई नेताओं ने मुख्य मंत्री
नरेन्द्र मोदी पर हिन्दुओं एवं ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के बीच जानबूझकर मतभेद और तनाव
उत्पन्न करने का आरोप लगाया है। गुजरात के डाँग ज़िले के आहवा में 26 जनवरी को मुख्य
मंत्री की भेंट के उपरान्त कलीसियाई नेताओं ने यह आरोप लगाया। डाँग ज़िले के अधिकांश
लोग आदिवासी हैं। अहमदाबाद में काथलिक मानवाधिकार केन्द्र के निर्देशक फादर सेडरिक
प्रकाश के अनुसार, मोदी की भारतीय जनता पार्टी "ख्रीस्तीय बहुल आदिवासी क्षेत्रों से
भय महसूस कर रही है इसीलिये वे सम्पूर्ण क्षेत्र को हिन्दु बनाने की कोशिश कर रहे हैं।"
रविवार को फादर सेडरिक ने ऊका न्यूज़ से कहा यद्यपि मोदी ने किसी प्रकार का विवादास्पद
भाषण नहीं दिया तथापि आदिवासी क्षेत्रों पर हावी होने की उनकी रणनीति स्पष्ट थी। इस
बीच, आदिवासियों को वैधानिक मदद प्रदान करनेवाले काथलिक पुरोहित फादर ज़ेवियर मन्जूरण
ने कहा, "मोदी का डाँग जाना एक पूर्वविचारित कृत्य था, वे ख्रीस्तीय एवं आदिवासियों को
एक दूसरे के विरुद्ध करने की कोशिश करेंगे"। ग़ौरतलब है कि दिसम्बर सन् 2012 में
सम्पन्न राज्य के चुनावों में, ख्रीस्तीय आदिवासियों के मत के कारण, भाजपा डाँग तथा पड़ोसी
धर्मपुर ज़िलों में हार गई थी।