नयी दिल्ली, 28 जनवरी, 2013 (कैथन्यूज़) दिल्ली महाधर्मप्रांत में नवस्थापित महाधर्माध्यक्ष
अनिल जे. कूतो ने कि एक मंच पर जमा होना इस बात का परिचायक है कि अन्तरकलीसियाई एकता
की भावना बढ़ती जा रही है यह कभी न टूटे। महाधर्माध्यक्ष अनिल कूतो ने उक्त बात उस
समय कही जब उन्होंने दिल्ली में महाधर्मप्रांतीय अन्तरकलीसियाई और अन्तरधार्मिक वार्ता
की सभा को संबोधित किया। महाधर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर दोमिनिक एम्मानुएल ने बताया
कि अन्तरकलीसियाई और अन्तरधार्मिक गोष्ठी का आयोजन विश्वास वर्ष में होने वाले अनेक कार्यक्रमों
में से एक है। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि काथलिक कलीसिया का संकल्प और हमारी परम कर्तव्य
है कि हम एक साथ मिलकर विश्वास में मजबूत हों और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।
विदित हो कि प्रत्येक वर्ष मनाये जानेवाले कलीसियाई एकता सप्ताह के समापन पर विभिन्न
कलीसियाओं के प्रतिनिधि और धर्मगुरु ऐसी गोष्ठी में हिस्सा लेते रहे हैं। अन्तरकलीसियाई
सभा को संबोधित करते हुए सीएनआई चर्च ऑफ नोर्थ इंडिया के मान्यवर मोनोदीप दानिएल ने कहा
कि हमें येसु मसीह के नाम में बपतिस्मा ग्रहण करते हैं इसलिये हम सब समान हैं और हमें
कोई भी ताकत अलग नहीं कर सकत दानियेल ने इस बात को स्वीकार किया कि विभिन्न कलीसियाओं
में कुछ विभिन्नतायें हैं पर यदि हमें विकास करना है विभिन्नताओं को पीछे छोड़ देना होगा। उधर
मार थोमा कलीसिया के मान्यवर जोर्ज ने कहा कि हमारा मिशन एक है एकता और उद्धोषणा का जिसके
लिये हमें चाहिये कि हम दुःख उठाने के लिये भी तैयार रहें तब ही हम येसु के सच्चे शिष्य
कहलायेंगे। हमने विभिन्नता की विरासत मिली है पर हमारे मन को बदले जाने की आवश्यकता
है तब ही हम एकता की आशा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थना और विश्वास हमें
एक करेगा और तब ही हमारी कलीसिया प्रभावकारी होगी।