इलाहाबाद, 15 जनवरी सन् 2013 (ऊका समाचार): गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के पवित्र
संगम तट पर, सोमवार को मकर संक्रान्ति के पर्व के साथ ही महाकुंभ का शुभारम्भ हुआ तथा
लाखों श्रद्धालुओं ने शाही स्नान कर पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई। इलाहाबाद
तथा उसके निकटवर्ती क्षेत्रों में इन दिनों लाखों श्रद्धालु सम्पूर्ण भारत से एकत्र हुए
हैं। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है तथा विभिन्न शिविरों में लोगों का इन्तज़ाम किया गया है।
हर 12 वें वर्ष आयोजित किया जानेवाला महाकुम्भ मेला 56 दिनों तक जारी रहेगा तथा 10 मार्च
को, महाशिवरात्रि के त्यौहार पर, समाप्त होगा। बताया जा रहा है कि इस वर्ष महाकुम्भ
की समयावधि बहुत ही शुभ है इसलिये कि यह घटना शुभ ग्रहों के संरेखण के अन्तर्गत पड़ रही
है। शुभ ग्रहों का इस प्रकार एक साथ मिलना 147 वर्षों के अन्तराल में सिर्फ एक बार ही
होता है। बताया जाता है कि महाकुम्भ मेला पृथ्वी पर एक साथ एकत्रित होनेवाले श्रद्धालुओं
का सबसे विशाल एवं भव्य आस्था सम्मेलन हैं जिसके दौरान लगभग 10 करोड़ तीर्थयात्री इलाहाबाद
में एकत्र होते हैं। सोमवार को महाकुम्भ का उदघाटन शाही स्नान से हुआ जिसके लिये
13 अखाड़े बनाये गये हैं। सुसज्जित हाथियों, घोड़ों और रथों सहित संगम तट पर उलझे हुए
बालों एवं राख लिप्त शरीरों सहित साधु-सन्यासियों के नेतृत्व में शोभायात्राएँ निकाली
गई तथा शाही स्नान किया गया।