2013-01-14 14:12:22

भारतीय नर्सों की माँग में गिरावट


थिरुवन्थापुरम, केरल 14जनवरी, 2013(कैथन्यूज़) विश्व स्तर पर भारतीय नर्सों की माँग में कमी आ गयी है और विश्व के कई अस्पतालों से भारतीय नर्स लुप्त हो जायेंगे।
उक्त बात की जानकारी देते हुए अर्थशास्त्री और रोजगार सलाहकारों ने कहा है कि सन् 1947 ईस्वी से अब तक भारती ने 1.7 मिलियन नर्सों को प्रशिक्षित किया जिनमे 40 प्रतिशत नर्सों ने विदेशों में कार्य किया। पर अब भारतीय नर्सों के लिये विदेशों में कार्य करने की अवसर क्षीण होते जा रहे हैं।
विशेषज्ञ कृष्णा कुमार के अनुसार विश्व में व्याप्त आर्थिक मंदी, वीज़ा नियम, सख़्त प्रवासी नियम और तेजी से बदलती आर्थिक स्थितियों से नर्स पेशा बुरी तरह प्रभावित हुई है।
विदित हो कृष्णा कुमार जो केरल के थिरुवन्थापुरम में रोजगार भर्ती एजेन्सी चलाते हैं। उनका कहना है कि विश्व बाज़ार में भारतीय नर्सों की माँग में 40 प्रतिशत की गिरावट आयी है। एक सर्वेक्षण के अनुसार अगले 8 वर्षों में अमेरिका में नर्स पेशा में 29 प्रतिशत की गिरावट आयेगी।
भारत में करीब 2,000 नर्सिंग डिप्लोमा प्रशिक्षण केन्द्र है 1,200 नर्सिंग डिग्री स्कूल और 281 पोस्ट ग्रजूएट कॉलेज हैं और प्रत्येक वर्ष 60 हज़ार नर्सों को प्रशिक्षित किया जाता है।
प्रवासी विशेषज्ञ प्रोफेसर इरुदया राजन ने कहा कि यदि विश्व में भारतीय नर्सों की माँग मे कमी आती रही तो यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये घातक है विशेष करके केरल के लिये।
मालूम हो वर्ष 2011 -12 में भारत ने 63.6 बिलियन (अरब) विदेशित विप्रेषित धन या रुपया पाया जिसमें केरल को इसका सबसे बड़ा हिस्सा 14.57 प्रतिशत प्राप्त हुआ था।








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