नई दिल्ली, 12 जनवरी, 2013(कैथन्यूज़) भारत और पाकिस्तान के बीज सीमा क्षेत्र में हुए
गोलाबारी में सीमा सुरक्षा दल के दो जवानों के मारे जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के
आपसी संबंधों और शांति प्रक्रिया तथा व्यापार में प्रतिकूल असर बढ़ा है।
भारत
के समाजवादी पार्टी के मोहन सिंह ने कहा है कि दोनों देशों के सांसद रिश्तों को सुधारने
में अहम् भूमिका निभा सकते हैं।
उनके अनुसार, "दूरदर्शिता, दृढ़ इच्छा और एक
- दूसरे के प्रति भले विचार रखने वाले सांसदों के आपसी संबंधों से भारत-पाक रिश्ता मजबूत
हो सकता है।"
उन्होंने कहा कि हाल में दो भारतीय सैनिकों की हत्या कर देने की
घटना से आपसी रिश्ते बदतर हुए हैं। समाचारों में कहा गया एक भारतीय सैनिक का सिर से धड़
अलग कर दिया गया था जो अति खेदपूर्ण है।
उधर पाकिस्तान ने इस घटना की जाँच संयुक्त
राष्ट्र संघ के मिलिटरी पर्यवेक्षक दल द्वारा किये जाने का प्रस्ताव किया है। इस प्रस्ताव
को केन्द्रीय वित्त मंत्री पी.चितम्बरम अस्वीकार किया है।
उन्होंने कहा कि इस
घटना का सबसे बुरा प्रभाव दोनों देशों के बीच होने वाले ‘वीज़ा संधि’ पर पड़ेगा।
हाल
की घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केन्द्र सरकार ने कहा कि दोनों राष्ट्रों के
बीच बिगड़ते संबंधों के बावजूद भारत पाकिस्तान के साथ शांति और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाये
रखने की इच्छा रखता है।
विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कश्मीर में सैनिकों
के साथ हुई घटना ‘बर्बरतापूर्ण’ है पर हमें इस बात के लिये सावधान रहना चाहिये कि कुछ
अलगाववादी ताकतें हमारी अच्छी पहलों को नाकाम न कर दें।