2013-01-08 12:35:25

वाटिकन सिटीः कम्बोडिया की कलीसिया को सन्त पापा ने भेजा आशा का सन्देश


वाटिकन सिटी, मंगलवार 08 जनवरी सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कम्बोडिया की कलीसिया को आशा का सन्देश प्रेषित किया है।
सोमवार को एक विडियो सन्देश में कम्बोडिया के काथलिकों को सम्बोधित कर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने उन्हें विगत दशकों में, काथलिक विश्वास के कारण, शहीद हुए पुरोहितों एवं लोकधर्मियों का स्मरण कराया तथा उनसे आग्रह किया कि वे अपने देश के शहीदों के समान ही प्रभु येसु के प्रेम का साक्ष्य प्रदान करें।
शनिवार से सोमवार तक कम्बोडिया के फ्नोम पेन्ह शहर में कम्बोडिया का काथलिक काँग्रेस सम्पन्न हुआ। इसी के समापन पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अपना विडियो सन्देश भेजा था।
सोमवार को काथलिक काँग्रेस के अन्तिम दिन काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा पुस्तक, द्वितीय वाटिकन महासभा के दस्तावेज़ों का स्थानीय भाषा में अनुवाद तथा सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के विडियो सन्देश की प्रकाशना की गई थी।
सन्त पापा ने कम्बोडिया के काथलिकों से कहा, "विश्वास को समर्पित इस वर्ष के दौरान मैं आप सब को आमंत्रित करता हूँ कि आप अपनी दृष्टि येसु ख्रीस्त के व्यक्तित्व पर लगाये रखें जो हमारे विश्वास का आदि और अन्त हैं।" उन्होंने कहा कि येसु में ही इतिहास के अन्तराल में चिन्हित विश्वास के आदर्शों की पूर्ण प्रकाशना होती है।
इसके साथ साथ सन्त पापा ने कम्बोडिया में कलीसिया के विरुद्ध चले दमन चक्र का ध्यान किया और कहा, "अन्धकार में डूबे कठिनाई के समय का स्मरण कर मैं आपके देश के पुरोहितों, भाइयों एवं बहनों के विश्वास को प्रकाश में लाना चाहता हूँ जिन्होंने साहस एवं अध्यवसायता के साथ काथलिक धर्म का पालन करते हुए सुसमाचार के सत्य को प्रसारित किया तथा अपने प्राणों की आहुति दे दी।"
उन्होंने कहा, "उनके द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य आपके देश में कलीसियाई समुदाय के पुनर्निर्माण हेतु एक अनमोल आध्यात्मिक शक्ति बन गई है जहाँ अनेक वयस्कों का बपतिस्मा आनेवाले भविष्य के लिये सुखद संकेत हैं।"
सन्त पापा ने कम्बोडिया के काथलिकों से आग्रह किया कि वे समाज का ख़मीर बने तथा अन्य धर्मों के लोगों के साथ भ्रातृत्व एवं मैत्री को पोषित कर प्रेम, सत्य एवं न्याय पर आधारित कम्बोडिया के निर्माण में योगदान प्रदान करें।









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